भारतीय फ़ौज को दुनिया भर में इज़्ज़त की नज़रों से इसलिए देखा जाता है क्योंकि ये सेना के कड़े नियमों का पालन करते हुए विषम से भी विषम परिस्थितियों में काम करना जानती है.
हाल ही में शेयर की जा रही ये फ़ोटो BSF जवानों की है. इस तस्वीर में ये जवान एक टेंट में रेस्ट कर रहे हैं. 5-6 लोगों की जगह लायक इस टेंट में लगभग 15 जवान अपने बस्तों के साथ जैसे-तैसे लेटे हुए हैं.
मेरा मानना है कि कई लोग ‘Salute/ सलाम/ जय हिंद’ लिख कर भी ये फ़ोटो शेयर कर रहे होंगे. और ऐसा करते ही हम सबसे बड़ी भूल करते हैं. देश के जवानों को शत्-शत् नमन करते हुए हम ये भूल जाते हैं कि यहां सरकार और प्रशासन से उनके लिए सुविधाओं की कमी से जुड़े सवाल पूछे जाने चाहिए. ऐसा क्यों है कि अपनी जान पर खेल कर देश के बॉर्डर की सुरक्षा कर रहे सैनिकों को इतनी लचर सुविधाएं दी जा रही हैं?
कई लोगों ने ट्विटर पर इससे जुड़े सवाल पर भी उठाये:
Not something to be proud of, soldiers do need facilities, at least at par to the sarkari babus all over India.
— अभिजीत सिंघ पँवार (@abhijeet_02) February 11, 2019
One breathing over another is not healthy…. Basics…, Can’t they be provided with more tents.
— Jai Vignyan (@JaiVignyan) February 11, 2019
एक जवान को उसकी ड्यूटी और उसके धर्म के बदले में जितनी इज़्ज़त मिलनी चाहिए, उतनी ही सुविधाएं भी. आप सिर्फ़ राष्ट्रभक्ति का चोगा अपने राजनीतिक या निजी फ़ायदे के लिए नहीं पहन सकते. अगर आप एक फ़ौजी को इज़्ज़त देना चाहते हैं, तो सबसे पहले उसको मिलने वाली सुविधाओं को ठीक करें.