आख़िरकार! उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. कानपुर में 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाले 5 लाख का इनामी बदमाश विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर वापस लाते वक़्त एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया.
Kanpur: Gangster Vikas Dubey has been killed in police encounter in Kanpur. According to police, he tried to flee by snatching pistol of the injured policemen after car overturned. Police had tried to make him surrender. pic.twitter.com/PfRq0f0eBe
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
इसके साथ ही इस एनकाउंटर को लेकर यूपी पुलिस पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर लोग इसे फ़ेक एनकाउंटर बता रहे हैं.
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
1 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में दाख़िल हुई थी ‘फ़ेक एनकाउंटर’ की याचिका
बता दें कि विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने से पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में ‘फ़ेक एनकाउंटर’ को लेकर एक याचिका दाखिल की गई थी. ये याचिका विकास दुबे और उसके 5 सहयोगियों के मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर थी. इस याचिका में अदालत से अपील की गई थी कि इस मामले में तुरंत सुनवाई की जाए.
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को गुरुवार को ही उज्जैन पकड़े जाने के बाद एडवोकेट घनश्याम उपाध्याय द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. विकास की गिरफ़्तारी के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि उसके सहयोगियों की तरह उसे भी एनकाउंटर में मारा जा सकता है. इसलिए याचिकाकर्ता घनश्याम उपाध्याय ने अपील की थी कि दुबे को पर्याप्त सुरक्षा दी जाए, ताकि उससे क़ानून के अनुसार निपटा जा सके.
याचिकाकर्ता घनश्याम उपाध्याय ने कोर्ट में दाख़िल इस याचिका में अपील की थी कि, मुठभेड़ के नाम पर पुलिस द्वारा आरोपियों को मारना क़ानून के शासन के ख़िलाफ़ है और ये मानव अधिकार का गंभीर उल्लंघन है. ये किसी भी देश के लिए तालिबानीकरण से कम नहीं है.
कोर्ट में दाख़िल याचिका सच साबित हुई
कोर्ट में दाख़िल याचिका सच साबित हुई सुप्रीम कोर्ट में दाख़िल इस याचिका में कही गयी बात सच साबित हुई. गुरुवार की सुबह हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के दो सहयोगी अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए थे. इन दोनों में से एक पुलिस हिरासत में था जिस पुलिस ने भागने की कोशिश में मार गिराया, जबकि दूसरे के साथ पुलिस की आमने-सामने मुठभेड़ हुई थी. बुधवार को भी विकास दुबे का सहयोगी प्रभात मिश्रा मारा गया था.
इस याचिका को लेकर राज्यसभा सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता विवेक तन्खा ने ट्वीट करते हुए लिखा, एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी इसीलिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका प्रस्तुत की जा चुकी थी.
एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट में याचिका कल प्रस्तुत हो चुकी है। यह कस्टडी में मौत का प्रकरण है। घटना की परिस्थितियों की जांच कोर्ट की निगरानी,नियंत्रण में हो। विकास को दंड मिलना तो निश्चित था परंतु यह पूरे खुलासे और कानूनी प्रक्रिया से होना था। https://t.co/DgtnpfIHul
— Vivek Tankha (@VTankha) July 10, 2020
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी पहले ही कह चुके थे कि जिस पैटर्न के साथ विकास के साथियों का एनकाउंटर हो रहा है, विकास का भी इसी तरह से मारा जा सकता है
जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 10, 2020
इस मामले में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी पुलिस पर पहले से ही विकास के एनकाउंटर की साजिश रचने का आरोप लगाया है.
एनकाउंटर में “मारे” जाने वाले सभी बदमाश,
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) July 9, 2020
पुलिस की पिस्टल “छीन” कर “भागने”
का प्रयास क्यूँ करते हैं……..?
सारा देश जानता था कि विकास “पिस्टल”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) July 10, 2020
छीन कर भागने की “ग़लती” करेगा.
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई भी पहले ही कह चुके थे कि विकास और उसके साथ एनकाउंटर में मारे जायेंगे.
A retired IPS officer tells me: ‘It’s unlikely Vikas Dubey will be caught; he and associates will be mostly ‘encountered’, they know too many secrets about too many ‘big’ people’” well, it’s day 6 since the gangster escaped after killing 8 policemen. Watch this space!
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) July 9, 2020
वरिष्ठ पत्रकार और कांग्रेस नेता अभय दुबे ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैंने कल ही साफ़ शब्दों में बता दिया था कि, हर हाल में पुलिस विकास दुबे को एनकाउंटर में मार देगी.
कल ही मैंने साफ शब्दों में बता दिया था कि हर हाल में पुलिस विकास दुबे को मार देगी । जरूर सुनिए ! pic.twitter.com/NN4ZZU7QSS
— Abhay Dubey (@AbhayDubeyINC) July 10, 2020
“कार” पलटने से “सरकार” का “सर” बच गया।
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) July 10, 2020
.@priyankagandhi द्वारा भेजी बसों की फ़िटनेस चेक करने वाली सरकार से अनुरोध है कि
— Archana Dalmia (@ArchanaDalmia) July 9, 2020
म.प्र से उ.प्र जो पुलिस की गाड़ियाँ “विकास दुबे” को ला रहीं हैं, उनकी फ़िटनेस चेक करा लें।
कहीं रास्ते में गाड़ी ख़राब न हो और विकास बच निकले या फिर भागने की कोशिश करे और फिर एनकाउंटर करना पड़े।
#VikasDubey एंकाउंटर में मारा गया।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 10, 2020
कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी।
पर अनेकों सवाल छूट गए-
1. अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया?
2. उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते?
3. पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं? pic.twitter.com/B87UqYiqPf
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
जिस कंपनी की गाड़ी जरा सी बरसात में पलट गई उस कंपनी की गाड़ी आप लोग भी ना खरीदें जान जा सकती है!
— Rajiv Tyagi (@RTforINDIA) July 10, 2020
जिन पुलिस वालों के हाथ से विकास छूटकर भागा उन सब की दोबारा ट्रेनिंग होनी चाहिए। क्या आप सहमत हैं???
उत्तर प्रदेश सरकार का आपरेशन
— Akhilesh P. Singh (@AkhileshPSingh) July 10, 2020
“राज को राज रहने दो”
कम्प्लीटेड !!
#VikasDubey killed. The script completes itself and proves that truth is more dramatic than fiction. Avenging the murder of cops will be seen as just one part of the story. The untold one may remain questions over links to too many powerful people https://t.co/oDwYK5FbBM
— barkha dutt (@BDUTT) July 10, 2020
Please find a better script next time.#VikasDubeyEncounter
— Rais Shaikh (@rais_shk) July 10, 2020
विकास दुबे के encounter के बाद देश के सारे न्यायाधीश को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। भाजपा के ठोक दो राज में अदालत की ज़रूरत ही नहीं है!
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) July 10, 2020