प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना संकट के बीच 6वीं बार देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने लोगों से सावधानी बरतने और कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन न करने की अपील की. इस दौरान उन्होंने देश के ग़रीबों को भरपेट भोजन देने की बात भी कही. 

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आइये जानते हैं पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में क्या कुछ कहा- 

1- इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत ग़रीबों को नवंबर के अंत तक मुफ़्त राशन दिया जायेगा. हमारी यही कोशिश है कि त्योहारों के मौसम में कोई भी ग़रीब खाली पेट न सोए’. 

2- देश हो या व्यक्ति, समय पर फ़ैसले लेने से, संवेदनशीलता से फ़ैसले लेने से, किसी भी संकट का मुक़ाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है, इसलिए लॉकडाउन होते ही सरकार ‘प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण योजना’ लेकर आई और अब इसे नवंबर तक बढ़ाया जा रहा है. 

3- कोरोना से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ लोगों को 3 महीने का राशन मुफ़्त दिया गया है. इसके अतिरिक्त प्रत्येक परिवार को हर महीने 1 किलो दाल भी दी गई. बीते 3 महीनों में जनधन खातों में 31 हज़ार करोड़ रुपये जमा करवाए गए. 

4- लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी ग़रीब के घर में चूल्हा न जले. केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई ग़रीब भाई-बहन भूखा न सोए.

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5- कोरोना वैश्विक महामारी के ख़िलाफ़ लड़ते हुए अब हम Unlock- 2.0 में प्रवेश कर रहे हैं और हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जहां सर्दी-ज़ुखाम, खांसी-बुखार के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे में लोगों को विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है. 

6- कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है. समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फ़ैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है. 

7- कोरोना के संकटकाल में भारत की स्थिति काफ़ी बेहतर है, लेकिन आज जब हमें ज़्यादा सतर्कता की ज़रूरत है तो लापरवाही बढ़ना बहुत ही चिंता की बात है. हम अनलॉक-2 के दौर में प्रवेश कर रहे हैं. 

8- इस समय जो लोग लापरवाही कर रहे हैं वो ये नहीं समझ रहे हैं कि वो कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई को कमज़ोर कर रहे हैं. ऐसे लोगों को लापरवाही करने से रोकना होगा और नियमों का पालन कराना होगा