2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को ‘चायवाला’ कह कर अपनी छवि को लोगों से जोड़ने की कोशिश की थी. उनकी इस छवि के कारण ही उन्हें लोगों का ज़बरदस्त प्यार मिला और वो बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब हो पाए. बेशक लोग चुनावों से पहले की बातों को भूल गए हों, पर सरकार इसे नहीं भूली है.
दरअसल, सरकार ने फ़ैसला लिया है कि जिस जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाय बेचा करते थे, उसे एक टूरिस्ट स्पॉट में बदला जायेगा.
Tea stall where Modi sold tea will soon be a tourist spothttps://t.co/MNZtQ7S5UO
— India Today (@IndiaToday) July 3, 2017
प्रधानमंत्री खुद के बारे में कई मौकों पर कह चुके हैं कि वो वाडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय का स्टाल लगाया करते थे. वाडनगर का मेहसाणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्म स्थली भी रह चुकी है.
Now his tea stall will be a tourist site. #Modi #narcissistic pic.twitter.com/vKKdqDkxjG
— Kushagra Raj Singh (@kushagraraj30) July 4, 2017
इस बाबत मिनिस्ट्री ऑफ़ कल्चर एंड टूरिज्म, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के साथ मिल कर इस जगह का दौरा भी कर चुकी है. यूनियन कल्चर मिनिस्टर महेश शर्मा का कहना है कि ‘इस जगह की सादगी को मॉडर्न लुक के साथ बरकार रखा जायेगा.’
Better Modi should resume his job soon as he has failed and crumbled everything
— KSO-KNM (@KNM_KSO) July 3, 2017
प्रधानमंत्री की जन्मस्थली के पास शर्मिष्ठा झील को आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया इतिहास की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बता चुका है. उसका कहना है कि खुदाई के दौरान यहां से प्राचीन बौद्ध स्तूप भी मिले हैं.
First find out the truth whether he really sold tea or it was also a kind of drama @narendramodi
— Arunkumar (@arunananth) July 4, 2017
हालांकि, ट्विटर पर इस ख़बर की मिली-जुली प्रतिक्रिया रही. कुछ लोगों ने इसके लिए बधाई दी, तो कुछ इस पर चुटकी भी लेते हुए नज़र आये.
Do some real work.
Modiji plz don’t indulge these.— Pankaj Kumar Gupta (@PankajK33688284) July 3, 2017