झारखंड में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ ने पिछले दिनों 7 लोगों को 2 अलग-अलग जगहों पर पीट-पीटकर मार डाला गया. सरायकेला-खारसवान ज़िले में हुई घटना में 4 लोगों को एसयूवी से निकालकर बुरी तरह लहुलूहान कर के मार डाला गया. इस घटना के एक पीड़ित की लहुलुहान तस्वीर तो आप सबने देखी ही होगी. वो तस्वीर, उस व्यक्ति के ही हत्यारों ने ली होगी. तस्वीर से ही उस व्यक्ति के ख़ौफनाक मौत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.

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दूसरी घटना में नागाडिह में 3 अन्य लोगों को बेकाबू भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा. इन तीनों में से दो एक ही पिता की संतान थे.

इन हत्याकांडों के आरोप में 20 लोगों को गिरफ़्तार किया है. State Home Secretary, S.K.G.Rahate ने बताया कि दोनों ही घटनाओं की जांच शुरू कर दी गई है. सोमवार को नागाडिह घटना से जु़ड़े 18 लोगों को गिरफ़्तार किया गया. 2 अन्य लोगों को सरायकेला-खारसावान घटना के आरोप में रविवार को ही हिरासत में ले लिया गया था.

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Rahate ने बताया कि सोशल मीडिया ग्रुप्स पर भी कड़ी नज़र रखी जा रही है. इसके अलावा ग़ुनहगारों की तलाश के लिए छापेमारी भी की जा रही है.

पूर्वी सिंगभूम ज़िले के Deputy Commissioner, अमित कुमार ने लोगों से घटनाक्रम में संलिप्त लोगों की जानकारी देकर जांच में सहयोग करने की अपील की है.

Rediff

कल हमने इसी घटना से जुड़ी एक ख़बर डाली थी. जिस पर आने वाली प्रतिक्रियाओं की जितनी भी तारीफ़ करें कम है. मामले को सांप्रदायिक दिशा देने के आरोप के साथ-साथ हिंसा भड़काने के आरोप से हमें लगा हमने कोई क्रांतिकारी चीज़ लिख डाली है. आप ख़ुद सोचिये कि इंसानियत कहां जा रही है, क्योंकि उन 7 लोगों की मौत पर भी लोग इस बात पर बहस कर रहे थे कि कितने हिन्दू थे और कितने मुसलमान.

उम्मीद है उन सातों के ग़ुनहगारों को जल्द से जल्द सज़ा मिलेगी.

Source: Huffington Post