वैसे तो, चोर भी साधारण से ही दिखते हैं. मगर फ़िल्मों में जिन चोरों को हमने देखा है वो हाथ में चाकू या बंदूक लिए रहते हैं, जान से मारने की धमकी देते हैं. इससे हमें लगता है चोर ऐसे ही होते हैं. मगर वो फ़िल्मों के चोर हैं. असल ज़िंदगी में आजकल के चोर हाथ में चाकू नहीं, आईपैड या फिर मोबाइल लिए होते हैं.

दरअसल, तेलंगाना के हैदराबाद में चोर चोरी को अंजाम देने के लिए गूगल मैप की मदद लेता था. इसकी मदद से वो चेन्नई के अमीर लोगों को खोजकर उसके बाद फ़्लाइट लेकर उस जगह पर जाता था. ये चोर ऐसा काफ़ी दिनों से कर रहा था. मगर ये मामला गर्माया तब जब उसने चेन्नई के अपोलो अस्पताल के डॉक्टर के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया.

तब तेलांगना पुलिस हरक़त में आई, लेकिन उस चोर को नहीं पकड़ पाई. इस दौरान उन्होंने आंध्रप्रदेश के रहने वाले चोर साथिया रेड्डी को गिरफ़्तार किया. उसी से पूछताछ के दौरान पता चला कि दो अन्य जगहों पर लूट की वारदात में वो भी शामिल था. इसके बाद जब पुलिस ने अपनी पूछताछ आगे बढ़ाई तो, वो उसके चोरी करने के तरीके को सुनकर हैरान रह गई.

पुलिस ने बताया, ‘ये चोर लूट के लिए गूगल मैप की सहायता से चेन्नई के पॉश इलाकों को ढूंढता था और फिर फ़्लाइट से उस जगह पर जाकर वारदात को अंजाम देता था. इस चोर को पकड़ने में दिक्क्त इसलिए हो रही थी, क्योंकि ये मास्क और ग्लव्स पहन कर चोरी को अंजाम देता था. इस वजह से उसका चेहरा नहीं दिख पा रहा था और न ही चोर की उंगलियों के निशान मिल रहे थे. वहीं लूट को अंजाम देने के बाद चोर अपने घर फ़्लाइट से नहीं, बल्कि ट्रेन से पहुंचता था.’

फिलहाल इसे गिरफ़्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है.
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