कोरोना महामारी के चलते पुणे में एक ऑटोचालक और उसका भाई बुरी तरह से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. इस दौरान इन दोनों की आर्थिक स्थिति इस कदर ख़राब हो गई थी कि वो अपने बुज़ुर्ग मां बाप का त्याग करने तक को तैयार हो गए, लेकिन पुलिस ने ठीक समय पर आगे आकर इस पाप होने से बचा लिया.
दरअसल, 40 साल के शिवाजी कांबले और उसके भाई ने अपने 75 वर्षीय पिता और 70 वर्षीय मां को आर्थिक तंगी की वजह से आलंदी मंदिर में छोड़ने पहुंचे तो माता-पिता ज़ोर ज़ोर से रोने लगे और उन्हें छोड़ कर न जाने की मिन्नतें करने लगे. इस दौरान आस-पास के लोगों ने इन भाईयों को ख़ूब समझाया, लेकिन वो माने नहीं. इसके बाद पुलिस को बीच में आना पड़ा तब जाकर वो अपने माता-पिता को घर लेकर गए.
इस घटना के बाद वरिष्ठ नागरिक सेल के अफ़सरों ने घर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने न केवल बुज़ुर्ग दंपत्ति की मदद की, बल्कि उन्हें राशन के साथ साथ आर्थिक रूप से भी मदद दी.
इस मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री, अनिल देशमुख ने ट्वीट कर पुलिस वालों के इस प्रयास की सराहना की है.
पुणे पोलीस (@PuneCityPolice) दलातील भरोसा सेलच्या समुपदेशनामुळे आपल्या आई-वडीलांना घराबाहेर सोडलेल्या मुलांनी त्यांना पुन्हा घरी आणले.तसेच या वृद्ध दाम्पत्यांना भरोसा सेलने किराणा साहित्याचे वाटप केले. पुणे पोलिसांच्या भरोसा सेलने सामाजिक जाणिवेतून केलेले हे कार्य कौतुकास्पद आहे. pic.twitter.com/VYUqXsdlmY
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) December 5, 2020