नये साल की शुरूआत के साथ ही अजीबो-ग़रीब क़िस्सों की शुरुआत भी हो चुकी है. 2021 की शुरुआत में ही आगरा से भी एक बेहद अजीबो-ग़रीब ख़बर सामने आ रही है. 


रिपोर्ट के मुताबिक, इन दिनों आगरा के 12 गांव के कई घरों में ताले पड़े हुए दिखाई दे रही हैं. घरों में पड़े हुए ताले आगरा का एक ख़ौफ़नाक मंज़र दिखा रहे हैं, जिसे देख कर हर कोई हैरान है.

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क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, 31 दिसंबर को करभना का रहने वाला पवन कुमार, बालू भरा ट्रैक्टर लेकर गांव आ रहा था. इस दौरान ‘तोरा चौकी’ के पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की पर वो रुका नहीं, लेकिन कुछ दूर जाकर उसका ट्रैक्टर पलट गया. इस दौरान दुर्घटना में पवन की मौक़े पर ही मौत हो गई. इसके बाद पवन की मौत से गु़स्साये गांव वालों ने ‘तोरा चौकी’ पहुंचकर आगजनी की और पुलिसवालों पर पथराव भी किया. इस दौरान ग्रामीणों ने कई सरकारी वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया. 

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बता दें कि गांव वालों और पुलिस के बीच हुए इस बवाल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रही हैं. इस दौरान जिस भी परिवार के सदस्य की तस्वीर वायरल हो रही है वो परिवार सहित घर पर ताला लगाकर गायब हो रहा है.  

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इस बीच पुलिस और ग्रामीणों की इस लड़ाई ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. इसके बाद से ही पुलिस करभना, बुढ़ाना, तोरा, नगला तलफी, कुआंखेड़ा, महुआंखेड़ा, धांधुपुरा, मदरा, नगला, बरौली अहीर, मदरा समेत 12 गांवों में रोज़ दबिश दे रही है. पुलिस मध्य रात्रि में लोगों के घर दबिश देकर आरोपियों को पकड़ रही है, जिससे ग्रामीणों में पकड़े जाने का डर है. इस डर के कारण अब तक 500 लोग घरों में ताला लगा कर अपने क़रीबियों के यहां रहने चले गये हैं.

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बुढ़ाना गांव के विनूप सिंह यादव ने बताया कि, हर रोज़ पुलिस की दबिश के कारण गांव वाले सही से सो भी नहीं पा रहे हैं. जिन लोगों ने आगजनी और तोड़फोड़ की वो भाग निकले हैं, लेकिन पुलिस उनके पड़ोसियों को परेशान कर रही है. पुलिस की डर से गांव खाली हुए जा रहे हैं.

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हालांकि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि निर्दोष लोगों को कुछ नहीं होगा. इसलिये वो बेफ़िक्र होकर घर पर रह सकते हैं.