जब से देश ने अपनी राजनीतिक करवट बदली, तब से ले कर आज तक गाय के नाम पर हत्या सहित, कुछ ऐसे मुद्दों ने सुर्खियां बटोरी, जिन्होंने मानवता के स्तर पर देश को शर्मसार ही किया है. पहलु खान की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अलवर में एक मुस्लिम परिवार को गाय रखने की वजह से धमकाने का मामला सामने आया है.

इंडिया टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, 45 वर्षीय सुब्बा खान के पास करीब 51 गाय थीं, जिन्हें पुलिस ने कथित गौ सेवकों की शिकायत के बाद खान से ले कर गौशालाओं में भेज दिया. सुब्बा अपनी गायों को वापस पाने के लिए पिछले 10 दिनों से कभी पुलिस, तो कभी प्रशासन के लगातार चक्कर लगा रहे हैं.

हालांकि पुलिस का कहना है कि उसकी इस मामले में कोई भूमिका नहीं रही है. स्थानीय लोगों ने ही गायों को गौशाला के हवाले किया है. गाय के जाने से सुब्बा के घर करीब 17 बछड़े भूखे हैं, जिनके लिए सुब्बा SDM दफ़्तर के साथ-साथ किशनगढ़ पुलिस स्टेशन में एफिडेविट भी जमा कर चुके हैं.

गांव के सरपंच शेर मोहम्मद का कहना है कि ‘पुलिस ने गाय को ले जाते वक्त दावा किया था कि सुब्बा इन गाय को कत्ल करने वाले थे.’ मोहम्मद का कहना है कि ‘अगर ऐसा सच था, तो पुलिस को कोई सबूत क्यों नहीं मिला और उन्होंने कोई FIR दर्ज क्यों नहीं की?’

वहीं किशनगढ़ के SHO राठौर का कहना है कि ‘उनके ये आरोप निराधार हैं. ये गाय गांव के ही कुछ लोगों ने गौशालाओं तक पहुंचाई है. गांव वालों की तरफ़ से भी हमें इस बाबत कोई शिकायत नहीं मिली है.’