मुंबई में कार Tow करने के एक मामले के कारण मुंबई पुलिस की जम कर आलोचना हो रही है.
दरअसल, जब मुंबई पुलिस ने कार Tow की, उस वक्त गाड़ी में एक महिला अपने सात महीने के बच्चे को स्तनपान करा रही थी.

घटना शुक्रवार की है जब ये महिला पिछली सीट पर बैठ कर अपने बच्चे को दूध पिला रही थी. उसने पुलिसकर्मियों को डॉक्टर की पर्ची दिखा कर बताया कि उसकी तबियत ठीक नहीं है, इसके बावजूद उसकी गाड़ी उठा ली गयी. पुलिस वालों ने एक बार भी उसे गाड़ी से उतरने को नहीं कहा और उसके साथ ही गाड़ी Tow करने लगे.
उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि वो बच्चे को दूध पिला रही है, लेकिन फिर भी वो नहीं रुके.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त अमितेश कुमार ने इस मामले की तुरंत जांच के आदेश दिए हैं.
Car was towed by Traffic Police while the women with her 7 years old baby was sitting in the car.
(Her FB Live)Yesterday at SV Rd, Malad.@MumbaiPolice plz look into the matter.@PreetiSMenon @aartic02 @neo_pac @tarsemkpahi @Georgekurian4K @RidlrMUM @smart_mumbaikar pic.twitter.com/ZVPtSYYFdM— Muzzammil Hamidani (@MuzzammilAap) November 11, 2017
महिला ने ये भी बताया कि उसके वाहन के अलावा भी उस जगह दो अन्य वाहन खड़े थे, लेकिन उन्हें नहीं उठाया गया, केवल उसकी गाड़ी को उठाया गया. वहां मौजूद लोगों के विरोध के बावजूद पुलिसकर्मी नहीं रुके और महिला व बच्चे की जान को ख़तरे में डाल दिया.
बताया जा रहा है कि इस घटना के लिए ज़िम्मेदार पुलिसकर्मी शशांक राणे ने घटना के वक़्त Name Badge भी नहीं पहना था, जो महाराष्ट्र पुलिस के नियमों के भी ख़िलाफ़ है.