बुरे हालात भी शिकस्त हो जाते हैं, जब हाल पूछने वाले कुछ अच्छे लोग मिल जाते हैं. कोरोना वायरस के समय भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के चलते समाज में हाशिए पर ज़िंदगी गुज़ार रहे लोगों की हालत और ख़राब हो गई. ऐसे वक़्त में कुछ लोग हैं, जो इन बेसहारा लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं.  

इस बार मानवता की मिसाल पेश की है, हैदराबाद के एक पुलिस में इंस्पेक्टर लक्ष्मीनारायण रेड्डी ने, जिन्होंने शहर में फंसे एक प्रवासी कामगार के इलाज का 20 हज़ार रुपये का बिल अपनी जेब से चुका दिया.  

news18 की रिपोर्ट के मुताबिक़, हिमाचल प्रदेश के एक प्रवासी कामगार ललित कुमार (30) को अपेंडिक्स का तेज़ दर्द उठा. उसने पुलिस स्टेशन फ़ोन कर इस बात की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस अधिकारी उसे इलाज के लिए ओमनी अस्पताल ले गए.   

हॉस्पिटल में ललित का इलाज किया गया और 20 हज़ार रुपये का बिल बना. लेकिन उसके पास सर्फ़ 5 हज़ार रुपये थे. ऐसे में नारायइण रेड्डी ने ख़ुद ही बिल का भुगतान कर दिया.  

पुलिस ऑफ़िसर ने एक इंटरव्यू में बताया, ‘मैंने सिर्फ़ अपने पुलिस कमिश्नर के आदेश का पालन किया है, जो हमें हर मीटिंग में याद दिलाते हैं कि राज्य में रहने वाले हर शख़्स की ज़िम्मेदारी हमारी है, फिर चाहें वो कहीं का भी रहने वाला हो.’  

इस पुलिस अधिकारी की तारीफ़ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी की. उन्होंने एक पत्र लिखकर पुलिस ऑफ़िसर का शुक्रिया अदा किया.  

सोशल मीडिया पर भी इस पुलिस अधिकारी की जमकर तारीफ़ की जा रही है.