पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (EPCA) ने दिल्ली-एनसीआर में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की है. 5 नवंबर तक सभी निर्माण कार्यों पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. साथ ही सर्दियों के समय शादियों के दौरान भी पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए हैं.
5 नवंबर तक दिल्ली के सभी स्कूल रहेंगे बंद

दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण का एक सबसे बड़ा कारण लगातार हो रहा निर्माण कार्य भी है. दिल्ली में प्रदूषण का ऐसा कहर है कि लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. हर जगह अंधेरा पसरा हुआ है. एयर क़्वालिटी इंडेक्स अब भी 400 के पार है. कई इलाकों में AQI का स्तर 600 के पार है.

आज सुबह 8:30 बजे दिल्ली में AQI 459 था, जबकि बुधवार रात 8 बजे 410 दर्ज किया गया था. दिल्ली में स्थित सभी 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों ने शुक्रवार की सुबह दिल्ली का एक्यूआई बेहद गंभीर श्रेणी में दर्ज़ किया. बवाना सर्वाधिक प्रदूषित इलाका रहा. जहां AQI 497 दर्ज़ किया गया. इसके बाद 487 AQI के साथ दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी दूसरे नंबर पर रहा.

दिल्ली गैस चेंबर बना चुका है इसकी जानकारी ख़ुद दिल्ली के मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके दी. केजरीवाल ने आज सुबह सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहे दिल्लीवासियों को 50 लाख से अधिक N 95 मास्क वितरित करने की घोषणा की थी.
Delhi has turned into a gas chamber due to smoke from crop burning in neighbouring states
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 1, 2019
It is very imp that we protect ourselves from this toxic air. Through pvt & govt schools, we have started distributing 50 lakh masks today
I urge all Delhiites to use them whenever needed pic.twitter.com/MYwRz9euaq
इसके बाद मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में N95 मास्क बांट कार्य शुरू कर दिया है. इसके तहत दिल्ली के करीब 16 लाख छात्रों को मास्क दिए जायेंगे. इस दौरान हर छात्र को दो-दो मास्क दिए जायेंगे.

बढ़ते प्रदूषण के चलते कई अभिभावकों ने ट्विटर के माध्यम से दिल्ली सरकार से स्कूलों को बंद करने का अनुरोध किया है.

रविवार को दिल्ली के अरुण जेटली मैदान (फिरोज शाह कोटला) में भारत-बांग्लादेश टी20 मैच खेला जाना है. पिछले दो दिनों से बांग्लादेशी खिलाड़ी मास्क लगाकर प्रैक्टिस करते दिखाई दिए थे.