बीते शनिवार से राष्ट्रपति भवन में अफ़रा-तफ़री का माहौल बना हुआ है. दरअसल, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का आधार कार्ड खो गया है, जिसके बाद से ही राष्ट्रपति भवन के 12 कमरों में सर्च ऑपरेशन जारी है. हालांकि, आधार कार्ड की डुप्लीकेट कॉपी तैयार करना, कोई मुश्किल काम नहीं है.

राष्ट्रपति का आधार कार्ड गुम होने के बाद, कुछ लोग ये भी कयास लगा रहे हैं कि ये एक चाल हो सकती है. कयासों के मुताबिक, ऐसा हो सकता है कि प्रणब मुखर्जी को आम सहमति से दोबारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा रहा हो और उन्हें तुरंत ही नॉमिनेशन फॉर्म भरना हो. नॉमिनेशन की प्रक्रिया के लिए भी अब आधार कार्ड भी ज़रूरी है. वहीं बीजेपी ने भी अबतक राष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.

24 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल ख़त्म हो रहा है. आगामी 17 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे 20 जुलाई को आएंगे. राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की अंतिम तारीख़ 28 जून है. नामांकन पत्रों की जांच की 29 जून और नाम वापसी की अंतिम तिथि एक जुलाई है.

साल 2012 में प्रणब मुखर्जी ने भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. कांग्रेस के शासन काल के दौरान, 2009 से लेकर 2012 तक वो केंद्रीय वित्त मंत्री भी रहे.

Source : topyaps