दक्षिण भारत के बाद बारिश ने देश के उत्तरी राज्यों में कहर बरसाना शुरू कर दिया है. बारिश की वजह से दक्षिण भारत के लाखों लोग बेघर हो गए और सैंकड़ों की मौत हो गई.
Hindustan Times की रिपोर्ट के अनुसार, 18 अगस्त को हिमाचल में 102.5 mm बारिश हुई जो सामान्य से 1065% ज़्यादा है. हिमाचल प्रदेश के काज़ा ज़िले में स्थित चंद्रताल झील में 150 यात्री फंस गए थे. बिगड़े मौसम की वजह से उन्हें वहां से निकालना भी संभव नहीं था पर अधिकारियों ने Rescue Team भेज दी हैं. ताज़ा बर्फ़बारी और बारिश से ज़िले से जोड़ने वाले सभी सड़कें ब्लॉक हो गईं जिससे राहत कार्य में देरी हो रही है. लेह-स्पीति रोड पर 300 से ज़्यादा गाड़ियां फंसी है.
Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक बादल फटने से उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 10 लोगों की मृत्यु हो गई और कई लापता हैं. गंगा नदी के ख़तरे के निशान को छूने के बाद हरिद्वार में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. ज़िला प्रशासन के मुताबिक, गंगा नदी के पास लक्सर क्षेत्र से सटे 28 गांव पर भीषण खतरा मंडरा रहा है. नदी किनारे रहने वाले लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.
तेज़ बारिश और भूस्खलन की वजह से उत्तराखंड के 100 से ज़्यादा रास्ते, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ने वाले 4 हाईवे ब्लॉक रविवार को ब्लॉक रहे.
हिमाचल के नाथपा झाकड़ी और पंडोह डैम के गेट खुलने के बाद पंजाब सरकार ने 250 गांवों को खाली करने के निर्देश दिए. अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले 12-18 घंटे में पंजाब में बाढ़ का पानी घुसेगा.