इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आरुषि-हेमराज हत्याकांड के दोषी माने जा रहे राजेश तलवार और नुपुर तलवार को बरी कर दिया है. सोमवार को वो जेल से बाहर आ रहे हैं. तलवार दंपत्ति पर उनकी बेटी आरुषि का खून करने का आरोप था.

डासना जेल से बाहर आने से पहले उन्होंने जेल में किस तरह समय बिताया, इसकी डीटेल्स आई हैं. सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को नुपुर अपने पति से नहीं मिलीं. उन्होंने सुबह पूजा की और फिर जेल की औरतों और उनके बच्चों से बातचीत की.

राजेश तलवार जेल में रोज़ मरीज़ों को देखते थे. आम तौर पर वो सुबह 10 बजे से 15-20 मरीज़ों को देखते थे. शुक्रवार को उन्होंने 50 मरीज़ों को देखा. लोग जानते थे कि वो कभी भी जेल से जा सकते हैं, इसलिए उनसे मिलने के लिये भीड़ लगी थी.

गुरुवार को कोर्ट ने राजेश तलवार और नुपुर तलवार को बरी किया था. उनके ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत न होने के कारण उन्हें रिहा किया गया है. CBI ने उन्हें अपनी जांच में दोषी पाया था. 9 साल बाद आखिरकार कोर्ट से उन्हें न्याय मिल गया है, लेकिन मूल सवाल अब भी वही है. आरुषि-हेमराज का क़त्ल आखिर किया किसने?