थाइलैंड में कोरोना वायरस के चलते अप्रैल में ही पर्यटकों के आने पर रोक लगा दी गई थी. वहां पर अभी भी पूरा देश लॉकडाउन है. इसलिए वहां के अधिकतर समुद्री तट सुनसान हैं. इसका फ़ायदा समुद्री जीव उठा रहे हैं. वहां के सुनसान पड़े समुद्री तटों पर अब ऐसे जीव भी दिखाई देने लगे हैं जो विलुप्त होने की कगार पर थे.
थाइलैंड के इतिहास में 20 साल बाद वहां के Beaches पर कछुओं की एक दुर्लभ प्रजाति भारी संख्या में देखने को मिल रही है. Leatherback प्रजाति के ये कछुए वहां के समुद्री तटों पर अपने घोंसले बनाते दिखाई दिए.
इसके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए हैं. IFS ऑफ़िसर सुशांत नंदा ने भी इनका एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. इसे शेयर करते हुए उन्होंने बताया है कि Leatherback प्रजाति के ये कछुए विलुप्त होने की कगार पर हैं और ये सबसे बड़े समुद्री कछुओं की प्रजाति में से एक है.
11 leatherback turtle nests for the 1st time in 2 decades in deserted Thai beaches.
— Susanta Nanda IFS (@susantananda3) April 20, 2020
The tourism has collapsed, but freed up the beaches for WL.
Leatherback is the largest sea turtles, endangered in Thailand. Listed as vulnerable by IUCN. pic.twitter.com/0Lokk7a0nA
सिर्फ़ कछुए ही नहीं, डॉल्फ़िन्स भी थाइलैंड के समुद्री तटों पर दिखाई देने लगी हैं. Phuket Marine Biological Center के डायरेक्टर Kongkiat Kittiwatanawong ने बताया कि उन्हें अभी तक Leatherback के कछुओं के 11 घोंसलें (Turtle Nests) मिले हैं. वो यहां पर अपनी नई प्रजाति को जन्म देने आए हैं.
उन्होंने आगे कहा- ‘ये बहुत अच्छे संकेत हैं. क्योंकि इन कछुओं के हैबिटैट्स को हम इंसानों ने लगभग बर्बाद कर दिया था. इनके ऊपर शिकार किए जाने और पर्यटकों के द्वारा मारे जाने का ख़तरा भी मंडराता रहता था. पर्यटकों के न होने के चलते वो अब भोजन और नए घर की तलाश में समुद्री तटों पर बेधड़क आ रहे हैं.’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, International Union For Conservation Of Nature ने Leatherback प्रजाति के कछुओं को Endangered जीवों की लिस्ट में शामिल कर रखा है.