हम सब Advertisement के ज़माने में जी रहे हैं. आज कल हर कंपनी में होड़ लगी है कि कोई कितना बेहतर Ad कैसे बना सकता है और कितने लोगों को अपने पास खींच सकता है. आपने कोई नया काम शुरू किया है और उसकी जमकर Advertising कर दी है तो बहुत संभव है की आपका काम चल पड़ेगा. मगर कई बार ये Advertising उल्टी पड़ सकती है, जैसा कि UP में हुआ.

UP के एक ‘गैंग’ को जब Advertisement का महत्व समझ आया तो उन्होंने भी अपना पोस्टर बनवा लिया और सिर्फ़ पोस्टर नहीं बनवाया, बाकायदा हर काम की रेटलिस्ट भी लिखवाई. उन्होंने फ़ुल चौड़ में अपनी सेवाएं भी गिनवाईं. पोस्टर में धमकी के 1,000 रुपये, कुटाई के 5,000 रुपये, घायल करने के 10,000 रुपये और मारने के 55,000 रुपये रखे.

उत्तर प्रदेश के इस ‘गैंग’ ने रेटलिस्ट वाले पोस्टर को सोशल मीडिया में डाला और पोस्टर के साथ एक लड़के की हाथ में बंदूक पकड़े हुए फ़ोटो भी अपलोड की. मगर सोशल मीडिया से कौन बच पाया है! ये फ़ोटो तेज़ी से वायरल हुई और बात पुलिस तक पहुंच गयी. 

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जांच पड़ताल के बाद मालूम चला कि जिस लड़के की ये तस्वीर है वो मुज़फ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के चौकाड़ा गांव का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि केस की छानबीन की जा रही है और जल्दी ही एक्शन लिया जायेगा.

वैसे पुलिस को इन गुंडों को पकड़ने के बाद ये ज़रूर पूछना चाहिये कि रेटलिस्ट में डिस्काउंट क्यों नहीं रखा है?