वाकई कुछ ख़बरें ऐसी होती हैं, जिन्हें देखने या सुनने के बाद मन ख़राब सा हो जाता है. देश के प्रति सम्मान और लगाव सभी को होता है. हम से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें देश से इतना प्यार होता कि वो उसके लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं, लेकिन बदले में उन्हें क्या मिलता है, ये जानना कोई भी ज़रूरी नहीं समझता.
ऐसे हो लोगों में शुमार हैं हरियाणा की संतोष. आम-सी दिखने वाली संतोष राष्ट्रीय स्तर की चैंपियन हैं, और पावरलिफ्टिंग में 7 बार स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि ये चैंपियन अब अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए चाय बेच रही हैं.
I was injured while training and had to discontinue Powerlifting. I won many championships, I want the govt should give me a job- Santosh pic.twitter.com/0egWZU7iFq
— ANI (@ANI_news) May 11, 2017
मीडिया से बातचीत के दैरान संतोष ने बताया, ‘ट्रेनिंग पीरियड में प्रैक्टिस के दौरान मुझे चोट लग गई थी. चोट इतनी गहरी थी कि उससे उबरने में उन्हें वक़्त लग गया, जिसके कारण पावरलिफ्टिंग की दुनिया में कमबैक न कर सकीं. मैं चाहती हूं कि गर्वमेंट नौकरी दिलाने में मेरी मदद करे.’
I was injured while training and had to discontinue Powerlifting. I won many championships, I want the govt should give me a job- Santosh pic.twitter.com/0egWZU7iFq
— ANI (@ANI_news) May 11, 2017
किसी ने सच ही कहा है कि ‘एक महिला दर्द सिर्फ़, एक महिला ही समझ सकती है.’ संतोष की मदद करने के बॉलीवुड ऐक्ट्रस रवीना टंडन आगे आई और उन्होंने ट्वीटर पर मेनिका गांधी, सुषमा स्वराज और शायना एनसी को टैग करते हुए, पीड़ित ख़िलाड़ी के लिए मदद की गुहार लगाई.
@Manekagandhibjp @ShainaNC @SushmaSwaraj https://t.co/FUj1eXrXZN
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) May 12, 2017
मामले को गंभीरता से लेते हुए, मेनिका गांधी ने खेल मंत्री पीयूष गोयल को मामले में आवश्यक कार्यवाई करने की गुज़ारिश की है.
Dear @TandonRaveena ji, we’ve requested Sports Minister Sh. @VijayGoelBJP ji to suitably redress the case of Ms Santosh. https://t.co/aqY6VA7Taz
— Maneka Gandhi (@Manekagandhibjp) May 12, 2017
वाकई हमारे लिए इससे शर्म की बात और क्या हो सकती है, जो ख़िलाड़ी देश की आन-बान और शान होते हैं, उनका ये हाल होता है. ऐसे में रवीना टंडन द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है.