वक़्त बहुत बड़ी चीज़ है. जब ये सही चल रहा होता है, तो आपके पास सब होता है और जब ये सही नहीं चलता, उस वक़्त आपको अपने लोगों का पता चलता है. या यूं कहें ये पता चलता है कि आपने आजतक क्या कमाया है.
Suiting-Shirting में जो नाम सबसे पहले दिमाग़ में आता है, वो है रेमंड का. सालों पहले कड़ी मेहनत से जिसने इस नाम को खड़ा किया था, वो नाम है डॉ. विजयपत सिंघानिया. लेकिन अफ़सोस, इतने बड़े ब्रांड का मालिक आज बहुत बुरी स्थिति में है. उनके लिए जीवनयापन करना बहुत मुश्किल हो गया है.
विजयपत सिंघानिया ने कंपनी की ज़िम्मेदारी अपने बेटे गौतम को सौंपी, उसके बाद से ही उनसे काफ़ी कुछ छिन गया. विजयपत सिंघानिया का कहना है कि आज अपनी इस स्थिति के लिए वो एक ही आदमी को ज़िम्मेदार मानते हैं, वो है उनका बेटा.
इस समय साउथ मुंबई के ग्रैंड परडी सोसाइटी के किराये के घर में रह रहे विजयपत सिंघानिया ने प्रॉपर्टी विवाद को लेकर Petition फ़ाइल की है. मुंबई मिरर के हिसाब से ये विवाद मालाबार हिल्स में 36 मंज़िले JK House को लेकर है. इस बिल्डिंग का 2007 में रेनोवेशन हुआ था, जिसके बाद से ही डॉक्टर सिंघानिया और उनके भाई की विधवा पत्नी, उनके बेटे इसमें अपने हिस्से को लेकर पेटीशन फ़ाइल कर चुके हैं.
सिंघानिया के वकील ने कोर्ट में जज को बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने बेटे के नाम अपनी 1000 करोड़ की कंपनी और शेयर्स कर दिए थे और उसी बेटे ने बाद में उन्हें हर चीज़ से बेदखल कर दिया. जिस JK House पर प्रॉपर्टी का ये विवाद चल रहा है, उसके चार अपार्टमेंट डॉक्टर सिंघानिया और उनके भाई के परिवार के थे, लेकिन उनके बेटे गौतम के ये चारों अपार्टमेंट और अपना अपार्टमेंट सब अपने पास रख लिया, इसके लिए उसने कंपनी के लॉ में क नया Clause डलवाया कि वो CEO है, तो वो ऐसा कर सकता है, क्योंकि ये 5 अपार्टमेंट रेमंड के हैं.
इस वक़्त डॉक्टर सिंघानिया की उम्र 78 साल है और इस उम्र में उन्हें अपने बेटे की वजह से कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. पैसा सच में किसी का सगा नहीं होता, ये किसी का घर तोड़ देता है, तो किसी को पाई-पाई के लिए मोहताज कर देता है.
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