प्लास्टिक हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन गया है. लगभग हर काम में इसका इस्तेमाल होने लगा है. आए दिन आपको ये ख़बरें पढ़ने को मिलती होंगी कि कैसे प्लास्टिक पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है. लेकिन अगर आपने अभी भी इसका मोह नहीं छोड़ा है, तो नीचे दिए हुए ये कारण जानकर आप इसे छोड़ने के बारे में सोचने पर मजबूर हो जाएंगे. ये वो वैज्ञानिक कारण हैं, जिनसे हमारी धरती पर प्लास्टिक नाम का ख़तरा दिन पर दिन बढ़ाते ही जा रहे हैं.

1.समुद्र
हमने इतना प्लास्टिक का कचरा समुद्र में फ़ेंक दिया है कि अब इससे समुद्री जीवों की जान पर बन आई है. एक रिसर्च के मुताबिक, हर साल 12 मिलियन मीट्रिक टन प्लास्टिक का कचरा महासागरों में फेंका जा रहा है.
2. The Great Lakes
The Great Lakes की पांच झीलें ताज़े पानी का धरती पर बहुत बड़ा स्रोत हैं. इनमें हर साल लगभग 22 मिलियन पाउंड प्लास्टिक का कचरा पहुंच रहा है. इससे हमारे पीने के पानी पर भी ख़तरा मंडरा रहा है.
3. सबसे गहरी जगह में भी कचरा पहुंच गया है.
समुद्र की सबसे गहरी जगह Mariana Trench में प्लास्टिक का कचरा पहुंच गया है.

4. प्लास्टिक के कचरे का द्वीप
प्रशांत महासागर में एक जगह पर प्लास्टिक के कचरे का बहुत बड़ा पहाड़ बन गया है. ये कचरा करीब 80 हज़ार टन होगा.
5. साल 2050
एक अनुमान के मुताबिक, साल 2050 तक समुद्र में मछलियों से ज़्यादा प्लास्टिक होगा. ये मानव सभ्यता के लिए भोजन का संकट उत्पन्न कर सकता है.
6. समुद्री जीव
तकरीबन 700 समुद्री प्रजातियां प्लास्टिक के कचरे के कारण विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं.
7. Seabirds
साल 2008 में कि गई एक रिसर्च के मुताबिक, समुद्र के आस-पास रहने वाले 80 फ़ीसदी पक्षियों के पेट में प्लास्टिक का कचरा मिला था. अगर ऐसे ही हम प्लास्टिक का इस्तेमाल करते रहे, तो साल 2050 तक समुद्र के आस-पास रहने वाले पक्षियों पर भी इसका गहा असर पड़ेगा.

8. Coral Reefs
Coral Reefs ये समुद्र की 25 फ़ीसदी प्रजातियों का घर होने के साथ ही इन पर करीब 275 मिलियन लोगों की आजीविका भी नर्भर है. प्लास्टिक के कचरे के कारण ये भी ख़त्म हो रहे हैं.
9. हार्मोन्स
प्लास्टिक को बनाने में BPA(Bisphenol A) नाम के कैमिकल का इस्तेमाल होता है. इसके संपर्क में आने से हमारे हार्मोन्स पर नकारात्मक असर पड़ता है. इससे हमें कैंसर जैसी घातक बीमारियां होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है.
10. वज़न बढ़ना
BPA के कारण हमारी पाचन क्रिया ठीक से काम नहीं करती. इस तरह ये हमारे वज़न के बढ़ने का कारण बन सकता है.
11. थाइराइड
एक रिसर्च के मुताबिक, 52 फ़ीसदी Thyroid Antibody नाम की बीमारी से ग्रस्त लोगों के अंदर BPA की मात्रा बहुत अधिक पाई गई है.

12. डायबटीज़
US Endocrine Society के अनुसार शरीर में BPA की मात्रा पाए जाने से टाइप-2 डायबटीज़ होने का ख़तरा बढ़ जाता है.
13. दिल की बीमारी
BPA की वजह से दिल से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं. इस पर रिसर्च अभी जारी है.
14. Irritable Bowel Disease(IBD)
Irritable Bowel Disease होने का एक कारण प्सास्टिक में मौजूद BPA भी हो सकता है.
15. उच्च रक्तचाप
BPA के कारण उच्च रक्त चाप की समस्या हो सकती है. ये आपके रक्तचाप को 4.5 mm Hg तक बढ़ा सकता है.

16. गर्भपात
जिन गर्भवती महिलाओं के शरीर में BPA का लेवल अधिक होता है, उनका गर्भपात होने का ख़तरा बढ़ जाता है. ये बच्चे के विकास को भी प्रभावित करता है.
17. मिथेन गैस
प्लास्टिक से बनने वाली चीज़ें सूर्य के प्रभाव में आने पर मिथेन गैस उत्पन्न करती हैं. मतलब आप ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में मदद कर अंजाने में पर्यावरण को और भी गर्म कर रहे हैं.
18. आप प्लास्टिक खा भी रहे हैं
प्लास्टिक के कण बहुत ही सूक्ष्म होते हैं. इन्हें सामान्य तौर पर देख पाना मुश्किल होता है. ये धूल के साथ हमारे शरीर में चले जाते हैं.

19. Biodegradable प्लास्टिक नहीं बना है.
कंपनियां लाख कोशिश करें, पर वो अभी तक Biodegradable प्लास्टिक बनाने में नाकामयाब रही हैं.
20. प्लास्टिक कभी ख़त्म नहीं होता
प्लास्टिक कभी ख़त्म नहीं होता. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर हम ऐसे ही प्लास्टिक का उत्पादन करते रहे, तो साल 2050 तक धरती पर 12 मिलियन टन प्लास्टिक का कचरा मौजूद होगा.
अभी भी कोई और वजह है बची है बताने के लिए ताकि हम और आप प्लास्टिक का इस्तेमाल करना पूरी तरह से छोड़ दें.