पिछले सप्ताह वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की बैंगलोर में उनके घर के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी गई. इसके बाद से देशभर में अभिव्यक्ति की आज़ादी और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बहस होने लगी.

इसी सिलसिले में ऑस्कर विजेता संगीतकार ए. आर. रहमान ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि देश के मौजूदा हालात उस भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करते जिसे वो जानते हैं.

“ये मेरा भारत नहीं है. मैं चाहता हूं कि भारत उदार और प्रगतिशील बने.”

“मैं इससे दुखी हूं, इस तरह की चीज़ें भारत में नहीं होती हैं”

इतना कहने की देरी थी कि इसके तुरंत बाद लोगों ने रहमान के ख़िलाफ़ कमेंट करना शुरू कर दिया. कई कमेंट ऐसे भी थे जिसमें उन्हें देश छोड़ कर चले जाने की बात कही गई. अपनी बात रखने की वजह से उन्हें राष्ट्रविरोधी कहा जाने लगा.

ऐसा पहली बार नहीं है जब ए. आर. रहमान को अपनी बात कहने पर ट्रोल किया गया हो.