हम अपने देश को महान बोलने में कभी देरी नहीं करते. इतिहास के बारे में बताते-बताते हमारी ज़ुबान नहीं थकती. लेकिन इन्हीं इतिहास के पन्नों में कहीं थोड़ी सी धूल भी है, ये शायद हमें नहीं दिखती. ये धूल कुछ और नहीं हमारे समाज की कूरीतियां हैं, जो आज भी हमारे आस-पास देखी जा सकती हैं.

इन्ही में से एक है बाल विवाह. लेकिन वक़्त के साथ लोग इस कुरीति से दूरी बनाने लगे हैं. सिर्फ़ बड़े ही नहीं बच्चों को भी पता है कि बाल विवाह गैरकानूनी होने के साथ ही समाज के लिए अच्छा नहीं है. हाल ही में जयपुर से आई एक ख़बर ने पूरे देश को खुशी दी.

ख़बर कुछ यूं है कि जयपुर की एक लड़की अचानक स्कूल जाना बंद कर देती है, उसके दोस्तों को चिंता होती है और वो उसे खोजते हुए उसके घर तक पहुंचते हैं. वहां पहुंच कर पता चलता है कि उसकी शादी 2012 में बदला विवाह के तहत उसकी भाभी के भाई के साथ हो गई थी और अब वो अपने ससुराल जाने वाली है और अब वो स्कूल नहीं आएगी.

लेकिन शायद वो लड़की भी नहीं जानती थी, स्कूल ने उसे सिर्फ़ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि कई अच्छे दोस्त भी दिए हैं. उसके 12 दोस्तों ने लड़की के घर वालों को समझाया, यहां तक की उन्हें पुलिस के पास शिकायत करने की भी धमकी दी. उन्होंने उसके पति को ऐसा न करने की सलाह दी.

उसके घर वाले मानने को तैयार नहीं थे और उस लड़की को ससुराल भेज दिया गया. लेकिन उसके दोस्त मानने वाले नहीं थे. उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाही, लेकिन पुलिस ने ये कह कर मना कर दिया कि केस सिर्फ़ उस लड़की के मां-बाप ही करा सकते हैं.

पुलिस स्टेशन के दीवार पर वहां के कलेक्टर का नम्बर था और उनके दोस्तों ने कलेक्टर से बात करने का फ़ैसला लिया. कलेक्टर ने उनकी पूरी बात सुनी और उस लड़की के ससुराल का पता लिखा.

कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने पुलिस को आदेश दिए कि उस बच्ची को बचाने के लिए बच्चों की मदद की जाए. पुलिस उस लड़की के ससुराल पहुंची और उस बच्ची को वहां से निकाल कर Child Welfare Committee के ऑफ़िस पहुंचा दिया गया.

अब वो लड़की अपने घर पर है और आगे पढ़ाने के लिए उसके घर वाले भी तैयार हो चुके हैं. इतना ही नहीं उसके 12 दोस्तों और खुद उसे भी स्कूल में पढ़ने के लिए सरकार की मदद मिल रही है.

दोस्ती हो तो ऐसी…

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