पिछले साल नवम्बर में हुई नोटबंदी के बाद अघोषित आय का खुलासा करने के लिए लाई गई थी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY), जिसके तहत 21000 लोगों ने 4,900 करोड़ रुपये के कालेधन की घोषणा की है. इस बात की जानकारी एक सरकारी अधिकारी ने बीते गुरुवार को दी.

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के एक ऑफ़िसर ने कहा कि सरकार ने अब तक इन घोषणाओं से 2,451 करोड़ रुपये का कर वसूल किया है. ये योजना उन लोगों के लिए लायी गई थी, जिन्होंने अपनी अघोषित आय का खुलासा नहीं किया था. इस योजना के अंतर्गत लोगों को कालेधन का खुलासा कर उस पर टैक्स और जुर्माना देकर खुद को सही क्लीन साबित करने का मौका दिया गया था.

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ऑफ़िसर के मुताबिक़, इन घोषणाओं के जरिए टैक्स के रूप में अब तक 2,451 करोड़ जमा हो चुके हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये योजना इसी साल 31 मार्च को बंद हुई. और योजना के बंद होने के बाद का ये आखरी आंकड़ा है.’ इसके अलावा ऑफ़िसर ने यह भी कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कालेधन की घोषणा के कुछ खास मामलों में क़ानूनी प्रक्रियाओं का भी पालन कर रहा है.

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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी के बाद पिछले साल दिसंबर में इस योजना की शुरुआत की थी ताकि कालाधन रखने वाले कर और 50 प्रतिशत जुर्माना देकर बच सकें. इस योजना के तहत कालाधन रखने वालों को 49.9 फीसदी टैक्स, सेस और जुर्माना देना था. साथ ही कुल अघोषित आय का 25 प्रतिशत ऐसे खाते में चार साल तक रखना था, जिसमें कोई ब्याज नहीं मिलेगा.

राजस्व सचिव, डॉ. हसमुख अधिया ने PMGKY के बाद कहा, ‘इस योजना की प्रतिक्रिया “इतनी अच्छी नहीं रही” है. वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि PMGKY को इसी तरह की योजनाओं से पहले लाया गया था और इसलिए जनता द्वारा इसके प्रति दिए गए रिस्पॉन्स को अलगाव के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.

PMGKY योजना को Income Declaration Scheme (IDS) से पहले 1 जून, 2016 से 30 सितम्बर 2016, के बीच भी लाया गया था, और उस दौरान ब्लैक मनी होल्डर्स द्वारा की गयीं 71,726 घोषणाओं में 67,382 करोड़ रुपये की अनौपचारिक आय का खुलासा किया गया था. अब तक IDS के तहत सरकार ने 12,700 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स वसूल किया है.

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