नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) और NRC को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. कई लोग अपने-अपने तरीके से विरोध दर्ज करा रहे हैं. केरल के एक शख़्स ने RTI दाखिल करते हुए प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी से पूछा है कि क्या वो भारतीय नागरिक हैं? ये अर्ज़ी 13 जनवरी को राज्य के सूचना विभाग में दाखिल की गई थी. 

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अर्ज़ी दाखिल करने वाले शख़्स का नाम जोश कल्लूवीट्टिल (Josh Kalluveettil) है और वो त्रिशूर ज़िले के रहने वाले हैं. याचिका में पूछा गया है कि प्रधानमंत्री के पास ऐसे कौन से दस्तावेज़ हैं, जिनसे साबित होता है कि वो भारत के नागरिक हैं? 

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ग़ौरतलब है कि, केरल में LDF और UDF पार्टियां CAA का विरोध कर रही हैं. इसके चलते इन्होंने केरल की विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से सीएए को वापस लेने का अनुरोध किया गया है. साथ ही केरल सरकार ने CAA के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है.   

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केरल के बाद पंजाब दूसरा राज्य है, जिसने CAA के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया है. प्रस्ताव में कहा गया कि

नागरिकता (संशोधन) अधिनियम धर्मनिरपेक्षता के ताने-बाने को नकारना चाहता है, जिस पर भारत का संविधान आधारित है.   
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CAA के लागू होने के बाद बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के उन गैर-मुस्लिम नागरिकों को भारत की नागरिकता मिलेगी, जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आ चुके हैं. इनमें हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई शामिल हैं. भारत की नागरिकता पाने की अवधि पहले 11 साल थी, जो इस क़ानून के बाद 5 साल हो गई है.

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