हिंदुस्तान हर दिन कामयाबी की एक नई कहानी लिख रहा है. इसी क्रम में एक नया अध्याय लक्षद्वीप के अगाट्टि एयरपोर्ट पर लिखा जा रहा है. एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया, अगाट्टि एयरपोर्ट का दायरा बढ़ाने के लिए समंदर की लहरों पर रनवे बनाने की तैयारी कर रही है.

इस रनवे के बनने के बाद अगाट्टि एयरपोर्ट से बड़े ATR हवाई जहाज़ की भी आवाजाही सम्भव हो सकेगी. शुरुआत में इन दो द्वीपों को आपस में जोड़ने के लिए Sea Bridge की योजना थी, जिसे बाद में रनवे में बदल दिया गया. इस रनवे को एक RCC प्लेटफार्म बनाया जायेगा.

एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के एक अधिकारी का कहना है कि ‘पहले ये ब्रिज आइलैंड-लिंकिंग प्लान का हिस्सा था, पर पर्यावरण चिंताओं की वजह से इसे यहीं छोड़ दिया गया. ये रनवे किनारों से होता हुआ समंदर के बीच से गुज़रेगा.’

इस प्रोजेक्ट पर करीब 1,500 करोड़ रुपये ख़र्च होने का अनुमान है. एक बार ये रनवे शुरू हो जाए, तो ATR-72 यहां से उड़ान भर सकेगा. अधिकारियों का कहना है कि इससे हवाई जहाज़ के किराए में भी काफ़ी कमी आएगी और टूरिज़्म को भी बढ़ावा मिलेगा.