7 साल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के ठीक 10 दिन बाद आज गुरुग्राम का रेयान इंटरनेशनल स्कूल फिर खोला गया, पर इन 10 दिनों में काफ़ी कुछ बदल गया और छात्रों के नाम पर प्रद्युम्न की क्लास में सिर्फ़ चार बच्चे उपस्थित नज़र आए. अपने सहपाठी की हत्या के बाद बच्चे इतना ज़्यादा डरे और सहमें हैं कि 4 में से 2 बच्चे तो अपने माता-पिता के साथ स्कूल आए.
मासूम की दर्दनाक मौत का असर सिर्फ़ स्कूल के बच्चों पर ही नहीं हुआ, बल्कि उनके माता-पिता पर भी हुआ है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफ़ी डरे हुए हैं. इतना हा नहीं, कुछ लोग तो अपने बच्चों को स्कूल में अकेला ही नहीं छोड़ना चाहते.
कुछ पैरेंट्स का कहना था कि अधिकारियों को स्कूल में सुरक्षा के कड़े से कड़े इंतज़ाम करने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबार दोहराई न जाए. वहीं प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने स्कूल खोले जाने पर कड़ा विरोध जताया है. प्रद्युम्न के पिता वरुण को डर है कि अभी तक केस सीबीआई के हाथों में नहीं गया, जिससे सबूतों से छेड़छाड़ की जा सकती है.
बता दें कि प्रद्युम्न हत्या मामले में गठित SIT टीम ने भी अपनी रिपोर्ट में स्कूल के बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल में ख़ामियां ही ख़ामियां बताई थी.