मृतक प्रद्युम्न के पिता ने प्राइवेट स्कूलों से मिल रहे ऑफ़र को सिरे से ठुकरा दिया है. प्रद्युम्न के पिता ने साफ़ कर दिया है कि अभी उनकी बेटी इस स्थित में नहीं है कि स्कूल जा सके. बेटी का दर्द बयां करते हुए प्रद्युम्न के पिता कहते हैं, ‘प्रद्युम्न और उसकी बहन विधि दोनों साथ स्कूल जाते-आते थे, छुट्टी वाले दिन भी साथ ही रहते है, विधि ये स्वीकार ही नहीं कर पा रही कि उसका भाई अब दुनिया में नहीं रहा.’

दरअसल, गुरुग्राम के रेयान इंटनेशनल स्कूल में 7 साल के प्रद्युम्न की दर्दनाक हत्या के बाद, गुरुग्राम के कुछ प्राइवेट स्कूल्स ने प्रद्युम्न के माता-पिता को उनकी बेटी विधि के फ़्री एडमिशन का ऑफ़र दिया, तो वहीं कुछ स्कूल ने रियाती दरों पर शिक्षा का देने का दावा पेश किया. अलग-अलग स्कूलों से मिल रहे इन प्रस्तावों से परेशान होकर, प्रद्युम्न के पिता बयान देते हुए कहा, ‘इस वक़्त हम बेटी के एडमिशन के बारे में सोचने की हालत में नहीं है. बेटी का एडमिशन और उसकी सुरक्षा हमारे लिए बड़ा मुद्दा है. पत्नी के साथ बातचीत करने के बाद ही हम किसी निर्णय पर पहुंचेगे.’

सच में किसी अपने को खोने का ग़म कोई अपना ही समझ सकता है. किसी के कलेजे का टुकड़ा चला गया और इन लोगों को एडमिशन की पड़ी है. धिक्कार है ऐसी सोच रखने वाले Schools पर.