प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए 24 मार्च को देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की थी. इस दौरान लोग घरों से बाहर न निकलें इसके लिए तमाम राज्यों में कंट्रोल रूम बनाए गये हैं, ताकि लोगों को ज़रूरत का सामान घर बैठे मिल सके.

यूपी समेत कई राज्यों में ये काम काफ़ी अच्छे तरीके से चल रहा है. प्रशासनिक अधिकारी दिन रात एक कर इन कंट्रोल रूम के ज़रिए लोगों को सुविधा देने में लगे हुए हैं. इस दौरान कुछ शरारती तत्व ऐसे भी हैं जो मुसीबत की इस घड़ी सरकार की इस व्यवस्था का दुरुपयोग करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.

प्रशासन ने जो फ़ोन नंबर कंट्रोल रूम बनाकर इमरजेंसी के लिए अलॉट किए हैं कुछ शरारती तत्व उन पर कॉल करके तरह-तरह के भद्दे मजाक कर रहे हैं. कंट्रोल रूम में कॉल करके कोई गर्मागर्म समोसा मांग रहा है तो कोई पान खाने की फ़रमाइश कर रहा है.
चाचा-भतीजे ने कंट्रोल रूम में फ़ोन कर मंगाया पान, डीएम ने पकड़कर साफ़ कराया नाला

कंट्रोल रूम में फ़ोन कर कुछ युवकों ने 4 समोसे भेजने की जिद की, फिर कराई नाली साफ़

4 समोसा भिजवा दो… चेतावनी के बाद आखिर भिजवाना ही पड़ा।
— DM Rampur (@DeoRampur) March 29, 2020
अनावश्यक मांग कर कंट्रोल रूम को परेशान करने वाले व्यक्ति से सामाजिक कार्य के तहत् नाली सफाई का कार्य कराया गया। pic.twitter.com/88aFRxZpt2

रामपुर के ज़िलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना था कि, कुछ लोग जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं. हमारे सभी कंट्रोल रूम एक-दूसरे से लिंक्ड हैं. कुछ लोग अलग अलग फ़ोन नंबरों से कॉल कर कंट्रोल रूम से सहायता मांग रहे हैं, लेकिन ऐसा करने पर भी हमें पता चल जाता है.

आन्जनेय कुमार सिंह ने साथ ही कहा कि, जब से लॉकडाउन डिक्लेयर हुआ है, हमने ज़िले में कई कंट्रोल रूम बनाए हैं. इन कंट्रोल रूम में कुछ अधिकारियों और शिक्षकों के ज़रिए इन्हें ऑपरेट किया जा रहा है. ये कंट्रोल रूम ज़रूरतमंद लोगों की सहायता के लिए बनाए गए हैं.

इन कंट्रोल रूम्स में अनावश्यक कॉल करने वाले शरारती तत्वों को पकड़कर सैनिटाइजेशन के कार्यों और हॉस्पिटल की सफ़ाई के काम में लगाया जा रहा है. पिछले 4 दिनों में अब तक लगभग 30 लोगों को इस तरह के कार्यों में लगाया गया है.