केदारनाथ में काम करने वाली प्राइवेट हेली कंपनियों के चलते वहां के स्कूलों को काफ़ी समस्या उठानी पड़ रही है. दरअसल, आए दिन जो हेलीकॉप्टर केदारघाटी की यात्रा के लिए आते हैं. उनकी आवाज़ों से स्कूलों में बच्चों का पढ़ना मोहाल हो रहा है. इनमें सबसे ज़्यादा गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग की प्राइवेट हेली कंपनियों से स्कूलों को समस्या हो रही है. इसी समस्या से बचने के लिए वहां के स्कूलों में साउंड प्रूफ़ कमरे बनवाए जा रहे हैं.
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रिपोर्ट्स के अनुसार, डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि साउंड प्रूफ़ कमरे बनाने का निर्देश हेली कंपनियों को दिया गया था. उनमें से अब तक 8 स्कूलों में साउंड प्रूफ़ कमरे बना लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि एक साउंड प्रूफ़ कमरे की लागत करीब 1.5 लाख़ है.
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आपको बता दें कि केदारघाटी में संचालित हो रही 9 हेली कम्पनियों में से ऐरो एविऐशन द्वारा खाट में 2 स्कूलों, आर्यन एविऐशन द्वारा नारायणकोटी में 2, ग्लोबल एविऐशन द्वारा सोनप्रयाग में 2, हिमालयन एविऐशन द्वारा सेरसी स्कूल में 2 साउंडप्रूफ कमरें बना लिए गए हैं.
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तो वहीं, हैरिटेज, पवनहंस एविऐशन द्वारा दो-दो स्कूलों में जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके साथ ही यूटीएयर एविऐशन द्वारा भी एक हफ्ते में कमरों का काम कर लिया जाएगा.