बचपन से ही हमें इस तरह के संस्कार दिए गए हैं कि किसी भी मंदिर-मस्जिद के सामने से गुज़रते हुए हमारा सिर अपने-आप ही झुक जाता है. सिर का झुकना एक तरह से लाज़मी भी है, क्योंकि हमें शुरू से यही सिखाया गया है कि इस दुनिया में हर चीज़ भगवान ने ही बनाई है.

अगर आप भी इस बात को मानते हैं, तो थोड़ा ठहर जाइये क्योंकि आज जिस शख़्स के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, उसकी बातें आपको बुरी भी लग सकती हैं. Jeremy England नाम के एक वैज्ञानिक ने चार्ल्स डार्विन के क्रम-विकास के सिद्धांतों पर बारीकी के साथ शोध किया. इस शोध के आधार पर उन्होंने कहा कि क्रम-विकास का सिद्धांत सिर्फ़ जीवित चीजों पर ही नहीं, बल्कि निर्जीव वस्तुओं पर भी लागू होता है.

इसी के साथ उन्होंने आगे कहा कि इस आधार पर मैं कह सकता हूं कि इस दुनिया में किसी भी चीज़ को बनाने में भगवान का कोई योगदान नहीं है, बल्कि ये तो एक सतत विकास की प्रक्रिया है, जो सालों से चली आ रही है. अपने शोध को पुख़्ता करने के लिए उन्होंने थ्योरी ऑफ़ थर्मोडायनामिक्स का भी हवाला दिया और कहा कि हर एटम के अंदर एनर्जी का एक स्रोत होता है, जो ख़ुद को अलग-अलग स्ट्रक्चर में तोड़ कर एक नया स्ट्रक्चर में बदलते हैं.

उनके इस शोध को मशहूर वैज्ञानिक Richard Dawkins ने अपनी वेबसाइट पर ‘God is on the ropes: The brilliant new science that has creationists and the Christian right terrified’ नाम से जगह दी.

इस ब्लॉग को लिखने वाले Paul Rosenberg ने कहा कि Charles Darwin की रिसर्च विकास प्रक्रिया पर आधारित थी, पर इसी के साथ Jeremy England की रिसर्च Darwin से आगे के सिद्धांतों की बात करती है.