भारतीय बाज़ार में स्मार्टफ़ोन के आगमन के साथ ही सेल्फ़ी कल्चर ने लोगों को अपने आगोश में ले लिया है. लोगों में सेल्फ़ी को लेकर दीवानगी ऐसी है कि एक तस्वीर के लिए वे अपनी जान पर खेलने को तैयार हैं, शायद यही कारण है कि 2015 में भारत सेल्फ़ी खींचने के दौरान मरने वाले लोगों की सूची में पहले पायदान पर था. हाल ही में नवी मुंबई में भी एक ज़हरीले सांप के साथ सेल्फ़ी लेने के चक्कर में एक शख़्स को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.

Indiatoday

25 वर्षीय सोमनाथ म्हात्रे बेलापुर के रहने वाले हैं और वे अब तक कई सांपों और छोटे जानवरों को सुरक्षित बचा चुके हैं लेकिन एक ज़हरीले कोबरा के साथ सेल्फ़ी लेना उन्हें काफी महंगा पड़ गया. 30 जनवरी को सोमनाथ एक गाड़ी से सांप को निकालने के लिए बुलाए गए थे. पार्किंग में खड़ी इस गाड़ी में ज़हरीला कोबरा रेंगते हुए पहुंच गया था.

कोबरा को गाड़ी से सुरक्षित निकाल लेने के बाद म्हात्रे ये सुनिश्चित कर लेना चाहते थे कि कहीं उसे किसी तरह की कोई चोट तो नहीं आई है. हालांकि सांप तो ठीक था लेकिन थोड़ा बेचैन लग रहा था. ऐसे में म्हात्रे ने इस रेस्क्यु मिशन को शानदार बनाने के मकसद से इस कोबरा को किस करते हुए एक सेल्फी लेने का फैसला किया.

म्हात्रे हालांकि सेल्फी खींचने में तो सफ़ल रहे लेकिन इससे ये बेचैन और परेशान सांप बिदक गया और उसने म्हात्रे की छाती में डंक मार दिया. दर्द से तड़पते म्हात्रे को फौरन एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन 5 दिनों तक ज़िंदगी और मौत से जूझने के बाद म्हात्रे ने दम तोड़ दिया.

allure.vanguardngr

वहीं म्हात्रे परिवार को यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि सोमपाल के साथ भी ऐसा कुछ हो सकता है. दरअसल, सोमपाल सांपों को पकड़ने वाला एक विशेषज्ञ था और उसने पिछले कई सालों में 100 से ज्यादा सांपों को अलग-अलग मुश्किल परिस्थितियों से छुड़ाकर जंगल की ओर रवाना किया था. ऐसे में लोगों के लिए ये विश्वास कर पाना मुश्किल हो रहा था कि एक सांप के काटने से ही सोमपाल की मौत हुई है.

गौरतलब है कि पिछले एक दशक में इस राज्य में ये 31वीं ऐसी घटना थी जब किसी पशु प्रेमी या जानवरों को बचाने वाले शख़्स को इस तरह असमय मौत का शिकार होना पड़ा. इन 31 घटनाओं में 22 लोगों की मौत तो केवल कोबरा के काटने से हुई थी वहीं बाकी 9 लोगों को दूसरे ज़हरीले जानवरों ने अपना शिकार बनाया.

Gadgetsnow

क्षेत्र में बढ़ती ऐसी घटनाओं के चलते ही कई एनजीओ और एनिमल वेलफ़ेयर ग्रुप ने वन विभाग से मांग की है कि इन पशु प्रेमियों के लिए गाइडलाइंस जारी की जाए और उनका कड़ाई से पालन किया जाए. साथ ही सोशल मीडिया पर जानवरों के साथ स्टंट्स की तस्वीरों को पोस्ट करने पर भी लोगों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए.