देश की राजनीति महिला सुरक्षा को लेकर लाख दावे ही क्यों न कर ले, लेकिन हक़ीक़त ये है कि 21वीं सदी में भी महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं के आत्मसम्मान को लेकर रही बची क़सर हमारे नेतागण अपने शर्मनाक बयानों से पूरा कर देते हैं. 

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इस बीच केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के चीफ़ एम. रामचंद्रन ने भी रेप का शिकार हुई महिलाओं को लेकर एक ऐसा ही शर्मनाक बयान दिया है. बीते रविवार को केरल में हुई यूडीएफ़ की एक बैठक के दौरान जनता को संबोधित करते हुए रामचंद्रन भाषा की मर्यादा भूल गए और सीएम को निशाना बनाने के चक्कर में महिलाओं को केलर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी.  

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बैठक के दौरान रामचंद्रन ने ‘सोलर स्कैम’ से जुड़ी एक महिला को लेकर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया. इस दौरान रामचंद्रन ने कहा, ‘कोई भी उस महिला (सोलर स्कैम में आरोपी) पर भरोसा नहीं कर सकता. अगर सीएम सोचते हैं कि वो एक सेक्स वर्कर से हमें निशाना बना लेंगे, वो ये समझ लें कि राज्य की जनता उनपर भरोसा नहीं करेगी’.  

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अगर कोई कहेगा कि उसके साथ एक बार रेप हुआ है तो इस बात को समझा जा सकता है, लेकिन वो कह रही है कि सभी ने उसका रेप किया है. अगर रेप पीड़ित महिला में आत्मसम्मान होगा तो वो एक बार रेप होने पर ही आत्महत्या कर लेगी या रेप को दोबारा होने से रोकेगी.  
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विवाद होने के बाद रामचंद्रन ने मांगी माफ़ी  

रामचंद्रन के इस बयान पर कुछ ही देर में विवाद शुरू हो गया. मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद रामचंद्रन ने माफ़ी मांगते हुए कहा, मैं अपने बयान पर बिना शर्त माफ़ी मांगता हूं. मेरे बयान का उद्देश्य किसी को आहत करना नहीं था. कुछ ऐसे अभियान चलाए जा रहे हैं कि वो बयान महिला विरोधी था, लेकिन असल में ऐसा नहीं है. 

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बता दें की रामचंद्रन ने अपने बयान में ‘सोलर स्कैम’ की जिस महिला का जिक्र किया था, उसने पूर्व में केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं पर लाभ दिलाने के लिए सेक्शुअल फ़ेवर्स लेने का आरोप लगाया था.