सियाचिन पर जवानों की ज़िंदगी कैसी रहती है हम इसकी कल्पना मात्र ही कर पाते हैं. देश के कुछ इलाकों जब गर्मी 50 डिग्री सेल्सियस के पार खड़ी है. वहीं सियाचिन से एक वीडियो आई है, जहां तापमान माइनस 40 डिग्री से माइनस 70 डिग्री तक होता है.
ट्विटर पर एक वीडियो घुम रही है, जिसमें सियाचिन में रहने वाले भारतीय जावनों की ज़िंदगी कैसी होती है, उसकी झलक दिख रही है.
Life of Indian soldiers at the Siachen Glacier where the temperature ranges from -40 to -70 degrees normally. Not just the juice tetra-packs but even eggs and potatoes are completely frozen here. That is why it’s important to support the Indian Army Jawans. Share if you care. pic.twitter.com/HxASJmSBRm
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 8, 2019
जूस है, अंडा है, खाने को सब्ज़ियां हैं लेकिन ज़िंदगी आसान नहीं है. वहां जूस का डब्बा खोलना नहीं पड़ता, फाड़ना पड़ता है. अंडे हाथ से छूट जाएं, तो फूटते नहीं हैं, बल्की हथौड़े से मारने पर भी नहीं टूटते.
लगभग दो मिनट के वीडियो में भारतीय जवान दिखाते हैं कि सियाचिन में जब जूस का डब्बा पहुंचता है तब उसके भीतर से बर्फ़ की सिल्ली निकलती है. जवानों ने ‘सियाचिन का अंडा’ भी दिखाया.
इस वीडियो को देखने पर पहले तो मज़ा आता है लेकिन इसके ख़त्म होते ही हम जवानों की ज़िंदगी के बारे में सोचने लगते हैं.
समुद्र तल से लगभग 5000 हज़ार फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन दुनिया की सबसे ऊंचीई पर स्थित युद्ध क्षेत्र है, भारतीय जवान साल 1984 से ऑपरेशन मेघदूत के तहत वहां तैनात है.