कोरोना पैंडमिक में हर तरफ़ अगर कोई नाम है तो वो है सोनू सूद का. माइग्रेन्ट्स को बस से घर भेजने से लेकर, विदेश में फंसे छात्रों को घर लाने तक सोनू सूद ने सबकी मदद की और अभी भी कर रहे हैं.
सोनू ने अब जैवलीन थ्रोअर, सुदामा कुमार यादव की मदद करने का निश्चय किया है. ट्विटर यूज़र प्रभात लाल यादव ने सोनू से सुदामा की कहानी साझा की.
@SonuSood plz help my brother sir ji 🙏🙏 सुदामा देश के प्रतिनिधित्व करने के लिए तीसरी युवा एशियाई खेल 13 से 17 मार्च 2019 हांगकांग में आयोजित हुआ था कंपटीशन से मात्र 5 मिनट पहले वार्मअप के दौरान घुटना में चोट लग गया जिसके कारण उसका ACL पूरी तरह से टूट कर क्षतिग्रस्त हो गया pic.twitter.com/UCJY8yFH4c
— Prabhat Lal Yadav (@PrabhatLalYada1) August 10, 2020
इसके जवाब में सोनू ने लिखा
देश का गौरव है सुदामा।
— sonu sood (@SonuSood) August 11, 2020
मेडल लेने की तय्यारी करो भाई।🥇
अगले हफ़्ते सर्जरी करेंगे। https://t.co/ZgoYu6uBtB
सोनू हैदराबाद के इंजीनियर को नौकरी दिला चुके हैं, असम बाढ़ प्रभावितों की मदद कर चुके हैं और तेलंगाना के 3 बच्चों को गोद भी ले चुके हैं. और ये सब करने के बाद भी वो रुक नहीं रहे, नेकी का काम करते जा रहे हैं.
लोगों की प्रतिक्रिया-
सर ओर इतफाक देखिए आज जन्माष्टमी
— Subham Saha (@isubhamsaha) August 11, 2020
पर सुदामा को आपके जैसा दोस्त कृष्ण मिल गया।
Kabhi Krishna Be Madad Ki Thi Sudama Ki, Aaj @SonuSood Ji Kar Rahe Hain!🙏🙏
— Prakhar Saraswat (@wtfprakhar) August 11, 2020
वाह ! भाई इतना साहस आज तक मैने तो भारत के किसी नेता , नायक, उद्योगपति में देखा नही, great work bhai,god bless you.
— Psychologist (@sandeepKalkand4) August 11, 2020
इस नेक काम के लिए जमुई की जनता आपको दिल से सलाम करती है, असली हीरो आप ही हैं ।🏆🙏🙏
— Sumit Singh (@SumitSi73610480) August 11, 2020
Sudama bhai all the best 👍👍 Desh ki liye jeet ke hi aana 👍👍🤘🤘
— Alka Thakur (@AlkaTha75777236) August 11, 2020
Ek hi toh dil hai kitni baar jitoge sir 😍
— Divyang Patel (@Divyang52034394) August 11, 2020
सलाम है आपको
— Ram prakash (@Ramprak64196214) August 11, 2020
You are the man of words..
— Shashwat 🇮🇳 (@SourabhShashwat) August 11, 2020
Massive Respect for you sir♥️
वाह;
— दी खलिहर।।। (@Anupojh11051854) August 11, 2020
कलयुग में भी सुदामा को “कृष्ण” मिलते हैं