ये हमारी प्रवृत्ति है कि हमेशा हम उन समस्याओं को तवज्जो देते रहते हैं, जो असल में समस्या ही नहीं है. देश अब भी लोग भूखे और नग्न सोते हैं, वहीं हम लोग कौन सी पिक्चर रिलीज़ होनी चाहिए और क्या नहीं इसके पचड़े में पड़े हैं.
देश में शिक्षा के स्तर का सच किसी से छिपा नहीं है. दूसरी जमात में पढ़ने वाले कई छात्र सामान्य गिनती या अक्षर ज्ञान से भी अनभिज्ञ हैं. शिक्षा के गिरते स्तर के अलावा, नशे में धुत्त होकर टीचर का क्लास में आना और स्कूल में ही प्रिंसिपल का ब्यूटी ट्रीटमेंट लेने जैसी घटनाएं हमारे देश में घटती रहती हैं.
लेकिन कानपुर के एक लोकल इंटरकॉलेज की एक घटना ने क्रूरता की हदें पार कर दी हैं. कानपुर के एक लोकल कॉलेज में 11वीं कक्षा का एक छात्र, अनुज कुमार यूनिफॉर्म की जगह जीन्स पहनकर कक्षा में गया. उसे सबक सिखाने के लिए स्कूल मैनेजर, महेंद्र कटियार ने उसकी जीन्स काट दी, जिसके कारण छात्र लहुलुहान हो गया.
छात्र के माता-पिता ने सिकंदरपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने बताया,
माता-पिता की शिकायत के आधार पर कॉलेज मैनेजर, महेंद्र कटियार पर IPC की अलग-अलग धाराओं के तहत मुकदमा दायर किया गया है, लेकिन अभी तक उसे अरेस्ट नहीं किया गया है.
ये घटना गुरुवार को मुग़ल रोड स्थित डॉक्टर अंबेडकर इंटर कॉलेज में घटी. पीड़ित छात्र, अनुज ने ये भी बताया कि स्कूल मैनेजर ने उसे अपना मुंह बंद रखने की धमकी भी दी थी.
अनुज के पिता ने बताया,
मेरा बेटा माफ़ी मांगता रहा, लेकिन मैनेजर के सिर पर ख़ून सवार था और उसने मेरे बेटे की जीन्स काट दी, इस वजह से उसे गहरी चोट लगी.
पिछले कुछ हफ़्तों में देश के अलग-अलग हिस्सों के स्कूलों में बच्चों के साथ यौन-हिंसा की ख़बरें भी सामने आई हैं. गुरुग्राम के Ryan International School में एक बच्चे की हत्या से पूरा देश सकते में आ गया. ऐसे में माता-पिता किसके भरोसे अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे? जब शिक्षा के मंदिर से जुड़े लोग ही हैवान बन बैठे हैं, तो बच्चों में इंसानियत कौन जगायेगा?