तमिलनाडु के तिरूनेलवेली शहर से एक बेहद दुख़द और मन बेचैन कर देनी वाली ख़बर सामने आई है. घटना ज़िले के पलायमकोट्टई की है, जहां एक लड़की ने एक्सीडेंट में अपने पेरेंट्स को खो देने के बाद 12वीं क्लास की परीक्षा दी.
रिपोर्ट के अनुसार, 27 फरवरी को जमीम मीरा अपने पिता इस्माइल और मम्मी मैदीन फ़ातिमा के साथ NEET एग्ज़ाम की कोचिंग लेने के बाद Udumalpet से वापस लौट रही थी और रात के करीब 1 बजे Gangaikondan के पास उनकी कार का बैलेंस गया, जिस वजह कार सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई. इस हादसे में मीरा के माता-पिता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, तो वहीं जमीम और उसके रिश्तेदार घायल बुरी तरह घायल हो गये थे, जिसके बाद इलाज के लिये उन्हें पलायमकोट्टई के एक सरकारी अस्तपाल ले जाया गया.
इस एक्सीडेंट ने जमीम से उससे माता-पिता, तो छीन लिये पर उसका हौसला नहीं टूटा और वो घायल होकर भी 1 मार्च को तमिलनाडु में होने वाले बोर्ड एग्ज़ाम में शामिल हुई. रिश्तेदारों की मदद से वो सिर पर पट्टी बांधकर परीक्षा हॉल पहुंची और अच्छे से अपना पेपर कम्पलीट किया. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि जिस समय वो परीक्षा हॉल में बोर्ड परीक्षा दे रही थी, उसी समय उसके माता-पिता के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी पूरी की जा रही थी.
वहीं जमीम के रिशतेदारों का कहना है कि उसके माता-पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे.
इस लड़की के बारे में सोच कर ही दिल बैठ गया, पता नहीं इसमें माता-पिता की मौत के बाद परीक्षा देने का साहस कहां आया होगा.