बीते दिनों मध्यप्रदेश के श्योपुर की एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में सार्वजनिक पुरुष मूत्रालय में दो व्यक्ति खड़े दिख रहे हैं और उसकी छत पर कुछ बच्चे पढ़ते दिख रहे हैं. ये तस्वीर पहली बार फ़ेसबुक पेज Sheopur News& Views पर पोस्ट हुई थी, जिसके बाद ये ज़िला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार तक पहुंची, जिसके बाद उन्होंने कम्यूनिटी स्कूल कॉर्डिनेटर (सीएससी) मुकेश कुशवाहा और सीएससी भावना शर्मा और रामस्वरूप महोर की टीम बना कर जांच के आदेश दिए.
इन बच्चों को सार्वजनिक टॉयलेट से सटे कन्या प्राइमरी स्कूल किला रोड का माना जा रहा है. जब जांच कर रही टीम ने स्कूल के हेडमास्टर अशोक शिवहरे से पूछा तो पहले तो उन्होंने कहा कि वो इस बारे में कुछ नहीं जानते, बाद में उन्होंने बताया कि स्कूल सिर्फ़ दो कमरे का है, जिसमें 180 विद्यार्थी रोज़ बैठ कर पढ़ते हैं. उनका कहना है कि जगह की कमी और धूप से बचने के लिए स्कूल के पीछे गैलेरी में भी दो क्लास लगाई जा रही हैं. इस क्लास में बैठने वाले कुछ बच्चे मिड डे मील नहीं लेते और खाली समय में इस छत पर जा कर बैठ जाते हैं.
नई दुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, ये टॉयलेट की छत स्कूल से सिर्फ़ दो फ़ीट ऊंची है और जो नज़ारा सड़क से दिख रहा है वैसा स्कूल से बिलकुल नहीं दिखता. स्कूल की तरफ़ से ये काफ़ी साफ़ सुथरी छत दिखती है और हो सकता है ये बच्चे सच में वहां पढ़ रहे हों.
दूसरी तरफ़ अजय कटियार का कहना है कि इस मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.