सेनेटरी पैड को GST फ़्री बनाने के लिए स्टूडेंट्स एक अनोखी पहल करने जा रहे हैं. 4 जनवरी को ये मुहीम शुरू की गयी थी, जिसे सोशल मीडिया पर खूब समर्थन मिल रहा है.

GST लागू होने के बाद से सेनेटरी पैड पर 12 प्रतिशत GST लगने लगा है. इस कारण कई महिलाएं इनका इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं. इस स्थिति को बदलने के लिए मध्य प्रदेश के स्टूडेंट्स सेनेटरी पैड पर सन्देश लिख रहे हैं. जब ऐसे 1,000 पैड्स इक्कठे हो जायेंगे, तब उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के पास भेजा जायेगा.

ये आंदोलन इसलिए किया जा रहा है, ताकि ग़रीब महिलाओं को मुफ़्त में पैड्स मिल सकें और वो साफ़-सफ़ाई के प्रति जागरूक हो सकें. ये महिलाओं की मूलभूत ज़रूरत है, जिस पर टैक्स नहीं लगना चाहिए.

ग़रीब महिलाएं आज भी माहवारी के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करती हैं, जिससे बीमारी और संक्रमण का ख़तरा रहता है. इसके लिए सब्सिडी देने के बजाय सरकार ने पैड पर टैक्स लगा रखा है. महिलाओं के स्वस्थ बने रहने के लिए इस नियम को बदले जाने की ज़रूरत है.