तो जिसका देश के हर इंसान को इन्तज़ार था वो बजट आख़िरकार आ ही गया. हर बार की तरह इस बार भी कहा गया कि ये बजट मिडिल क्लास वालों के लिए होगा मगर हर बार की तरह के लिए इस बजट में बस महंगाई ही थी. बजट में वित्त मंत्री ने डीजल पर प्रति लीटर 4 रूपये और पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.5 रूपये कृषि सेस लगाया है. साथ में सरकार ने यह भी कहा कि इससे जनता की जेब पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा लेकिन इस बात को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरे में ले रहा था. अब खुद भाजपा के नेता ने अपनी सरकार पर तंज सकते हुए ट्वीट किया.
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने मंगलवार को ट्वीट करके पेट्रोल कीआसमान छूती हुई क़ीमत पर तंज कसा. स्वामी ने पड़ोसी देशों में पेट्रोल की कीमतों से तुलना की और कहा, “राम के भारत में पेट्रोल 93₹, सीता के नेपाल में 53₹ और रावण की लंका में 51₹”
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 2, 2021
पेट्रोल और डीजल की कीमतों की बात करें तो भारत उन देशों में पहुंच गया है जहां सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल मिलता है. पेट्रोल के बढ़ने की कहानी ये हैं कि बीते 10 महीने में ही इसके दाम में लगभग 16₹ प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई. मंगलवार यानि 2 फरवरी 2021 को दिल्ली में पेट्रोल का रेट 86.30₹ प्रति लीटर था वो डीजल का रेट 76.48₹ प्रति लीटर था.
स्वामी के इस ट्वीट में लोग भी जमकर इन बढ़ी कीमतों की खिल्ली उड़ा रहे हैं और अपनी ही सरकार पर तंज कसने को लेकर लोग स्वामी की बढ़ाई भी कर रहे हैं. आप भी देखिये लोगों ने क्या क्या बोला:
Well said @Swamy39!
— Subham Agrawal – हर हर महादेव🙏🏻 (@SubhamAgrawal_) February 2, 2021
Appreciate you for speaking truth in your swag way. https://t.co/kmwU4uoESt
Indians do pay for a lot in Ram's name. https://t.co/iCWROZojv5
— Shivaram Gopal (@shivaram_gopal) February 2, 2021
Good one@mksingh150389 @KundnJi https://t.co/bSH9EM9ct8
— Shashank Shekhar Trivedi (@SSTRIVES) February 2, 2021
Incredible India…. https://t.co/ip21Xh9qSc
— Public Issues IND (@publicissuesIND) February 2, 2021
It’s better you pls sit in opposition Swamji https://t.co/YHI6oVOpXh
— Adv.Manjunath B N (@manjunatraj) February 2, 2021
😂😂
— Arvinder Kaur (@akay_0013) February 2, 2021
Love his sarcasm https://t.co/OAIR1XtirM
वैसे तो मोदी सरकार को पेट्रोल-डीजल की क़ीमतों के बारे में अब तक कुछ करना चाहिए था मगर किया नहीं लेकिन अब जब खुद सरकार के मंत्री ही आलोचना कर रहे हैं तो शायद मोदी सरकार अब इस बारे में कुछ सोचे.