कोरोना वायरस के बाद अब चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ ने क़हर बरपाना शुरू कर दिया है. बुधवार को पाश्चिप बंगाल में आए इस तूफ़ान की वजह से क़रीब 72 लोगों के मारे जाने की ख़बर है.

बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर ढाई बजे के बीच चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया द्वीप के बीच तट से टकराया. इस दौरान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में 190 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल रही थी. हवा की रफ़्तार अब थम गई है और तूफ़ान बांग्लादेश की तरफ़ बढ़ गया है.

पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जानकारी देते हुए कहा कि, बंगाल में चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ के चलते कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है. बुधवार को इस तूफ़ान ने बंगाल में भारी तबाही मचाई. इस दौरान हज़ारों घर तहस-नहस हो गए, जबकि हज़ार से अधिक पेड़ उखड़ गए. इससे सैकड़ों बड़ी इमारतों को भी नुक़सान पहुंचा है.

ममता बनर्जी ने साथ ही कहा कि, ऐसा तूफ़ान 283 साल पहले 1737 में आया था. इस तूफ़ान का प्रभाव कोरोना वायरस से भी बदतर है. इस तूफ़ान ने 2 ज़िलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. इसका सबसे ज़्यादा क़हर उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में देखने को मिला. इससे क़रीब 1 लाख करोड़ रुपये तक के नुक़सान की आशंका है.

जानकारी दे दें कि चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ ने बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है. कोलकाता और उसके आसपास के इलाक़ों में हवा की रफ़्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रही. जबकि दमदम में शाम 7 बजकर 20 मिनट पर हवा की रफ़्तार 133 किमी प्रति घंटे रिकॉर्ड की गई.

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक़, मध्य कोलकाता के अलीपुर में सुबह 8 बजे से रात 8.30 बजे के बीच 222 मिलीमीटर बारिश हुई तो वहीं दमदम इलाक़े में 194 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. जबकि उत्तरी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर ज़िलों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल रही थीं. इस इस दौरान हवाओं की गति बढ़कर 185 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई थी.

ओडिशा में भी भारी बारिश

NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान का कहना है कि चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ के आने से पहले ही हमने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था.