जो प्लास्टिक आप इधर-उधर, यहां-वहां बिना कुछ सोचे-समझे फेंक देते हैं, कभी सोचा है उसका क्या होता है? उन्हें कोई मशीन नहीं मिटा सकती, उन्हें ख़त्म होने में सैकड़ों साल लगते हैं. ये सब कुछ ऐसी बातें हैं जो हम बचपन से पढ़ते और सुनते आ रहे हैं फिर भी हमने धड़ल्ले से प्लास्टिक का उपयोग जारी रखा है.
The Hindu की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, तमिलनाडु के सर्जन्स ने एक गाय के पेट से 52 किलोग्राम प्लास्टिक निकाला.
पेट में इतनी भारी मात्रा में प्लास्टिक होने की वजह से गाय को बहुत दर्द हो रहा था और वो दर्द के कारण अपने ही पेट पर लात मार रही थी.
इस गाय को पी.मुनीरथनम ने वेलोर से 6 महीने पहले ख़रीदा था. गाय ने 20 दिन पहले ही बछड़ा दिया था पर वो सिर्फ़ 3 लीटर दूध दे रही थी. गाय को शौच में भी दिक्कत हो रही थी.
हम इंसानों के कारण जानवरों के जीवन पर बन आई है. अजीब विडंबना है कि जिस देश में गाय को बहुत से लोग ‘मां’ समान देखते हैं वहां गाय कि ऐसी हालत है.