श्रीलंका में हुए आतंकवादी हमलों ने पूरी दुनिया को चौंका दिया. इस हमले को साउथ-एशिया में बीते कुछ सालों में सबसे बड़ा आतंकवादी हमला कहा जा रहा है.


BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, इन हमलों में 253 लोगों की मृत्यु हुई और 500 से ज़्यादा घायल हो गए थे. मामले की ज़िम्मेदारी ISIS आतंकवादी संगठन ने ली. हमलों के सिलसिले में श्रीलंका पुलिस ने अब तक 24 लोगों को गिरफ़्तार किया है.   

श्रीलंका हमलों के पीड़ितों की ज़िन्दगी की कहानी दुनिया के सामने आ रही है.


HT ने दुबई के एक भारतीय मूल दंपत्ति की कहानी शेयर की. कोलंबो के Cinnamon Grand होटल में हुए ब्लास्ट में ये दंपत्ति बाल-बाल बच गया.   

HT

Abhinav Chari और उनकी पत्नी Navroop K. Chari बिज़नेस ट्रिप पर श्रीलंका गए थे और होटल Cinnamon Grand में रुके थे.


2008 में हुए मुंबई हमलों के दौरान भी Abhinav मुंबई में ही थे. अभिनव की पत्नी Navroop के मुताबिक, वो संयुक्त अरब अमीरात में ही बड़े हुए और 2 बार ही देश से बाहर गए. दोनों बार ही Abhinav ने भयंकर आतंकवादी हमले देखे. 

Abhinav के शब्दों में,   

2008 में मैं मुंबई में मेडिसन की पढ़ाई कर रहा था. वो 5-6 दिन काफ़ी भयानक थे.

श्रीलंका हमलों पर Abhinav ने कहा, 

ईस्टर संडे को हम चर्च गए थे. सर्विस के दौरान पादरी ने चर्च खाली करने का आग्रह किया. चर्च से निकलकर हमने टैक्सी ली और अच्छी सी जगह देखकर ब्रेकफ़ास्ट करने की सोची. रास्ते में हलचल देखकर हमने होटल वापस लौटने का फ़ैसला लिया. होटल पहुंचकर हमने सभी को लॉन में देखा, हमें लगा ये सिक्योरिटी प्रोटोकल के तहत किया जा रहा है.

Navroop ने बताया, 

इतनी जल्दी कुछ समझ पाना मुश्किल था. मुझे अपनी आंखों पर यक़ीन नहीं हो रहा था. ऐसा लग रहा था कि कोई फ़िल्म चल रही हो.
NDTV

जाको राखे साईंया मार सके न कोई.