भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक ऐसी विदेश मंत्री हैं, जो विदेश में फंसे किसी भी भारतीय की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं. लेकिन पहली बार अपनी इसी ख़ासियत की वजह से सुषमा स्वराज को एक ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा है, जहां पर एक भारतीय ने अपने ही अपहरण का ढोंग किया था.
जी हां, बीते गुरुवार को सुषमा स्वराज ने सर्बिया में फंसे एक ऐसे भारतीय की मदद की, जिसने अपने अपहरण का ड्रामा खुद रचा था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस व्यक्ति का नाम राजीव शर्मा है और इसने ट्विटर पर अपने भाई विनय महाजन के अपहरण की बात कर सुषमा से मदद की गुहार लगाईं थी. गौरतलब है कि सुषमा स्वराज को ट्विटर पर एक भारतीय ने SOS मैसेज किया था.
इस मैसेज में लिखा था, ‘मेरे भाई विनय महाजन को सर्बिया में किसी ने अगवा कर लिया है और वो लोग उसकी जान बख्शने के लिए रुपये मांग रहे हैं. मेरे भाई की मदद कीजिए, उसकी ज़िंदगी ख़तरे में है.’
स्वराज ने इस पूरे मामले में हस्तक्षेप किया और उस वीडियो को देखा जो उन्हें ट्वीट के ज़रिये भेजा गया था.
@SushmaSwaraj pic.twitter.com/OeVLqucZ0K
— rajeev sharma (@rajivsharma103) 21 March 2017
इस वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि बिना शर्ट पहने हुए एक व्यक्ति के हाथ बंधे हुए थे और उन्हें डंडे से मारा जा रहा था.
@IndiaInSerbia pic.twitter.com/DdTq8M6w5b
— rajeev sharma (@rajivsharma103) 22 March 2017
स्वराज ने इसके बाद ट्वीट किया, ‘विजय महाजन का पता लगा लिया गया है और वह सर्बियन अथॉरिटीज़ की हिरासत में सुरक्षित हैं.’
Indian Embassy Belgrade is taking every measure to trace Mr Vinay Mahajan and will keep @MEAIndia @SushmaSwaraj updated of developments
— India in Serbia (@IndiaInSerbia) 22 March 2017
Vinay Mahajan has been found and is in safe custody of Serbian authorities. @rajivsharma103
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) 23 March 2017
स्वराज ने इसके बाद एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘ऐसा उस एजेंट की वजह से हुआ जिसने उन्हें वहां पर भेजा था. इस एजेंट को सजा दी जानी चाहिए.’
इसके बाद राजेव शर्मा ने सुषमा को धन्यवाद भी कहा था.
@SushmaSwaraj Thanku mam for Ur great help in this regard.. Thanks for saving precious life of My brother… Jai hind
— rajeev sharma (@rajivsharma103) 23 March 2017
लेकिन इसके बाद सुषमा ने लिखा:
‘राजीव आपके भाई ने अपने अपहरण का ढोंग खुद रचा था. वीडियो भी फ़र्ज़ी है. मेरे पास इस बात के सभी सबूत हैं कि आपके भाई का अपहरण नहीं हुआ था. इसके बावजूद सर्बिया में भारतीय दूतावास ने आगे आकर मदद की. सर्बिया की पुलिस ने आपके भाई को रिहा कर दिया है और आपके भाई विनय 25 मार्च को लौट रहे हैं.’