बीते शनिवार आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम ज़िले से एक शर्मनाक घटना सामने आई. नर्सिपट्टनम इलाके में पुलिस ने एक निलंबित डॉक्टर के साथ कथित तौर पर मारपीट की. इस दौरान पुलिस ने विरोध जाता रहे डॉक्टर के हाथ बांध दिए थे.
दरअसल, एक पुलिस कांस्टेबल द्वारा डॉ. के. सुधाकर को लात मारने और सड़क पर घसीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद न केवल विपक्षी दलों, बल्कि आम नागरिकों ने भी इसे लेकर नाराज़गी जताई है.
वीडियो में डॉक्टर सुधाकर शर्ट उतारकर सड़क पर चलते हुए नज़र आ रहे हैं. इसके बाद पुलिस उनके हाथ बांध देती है और एक कांस्टेबल उन्हें लाठी से पीटने लगता है. कुछ देर बाद डॉक्टर सड़क पर लेटे हुए नज़र आते हैं इस दौरान उनके दोनों हाथ बंधे थे. इसके बाद पुलिस सुधाकर को एक ऑटो में डालकर पुलिस स्टेशन ले जाती है.
Andhra doctor tied-up, thrashed by Vizag cops. Cops claim doc psychologically disturbed & drunk. Same doc was suspended by Jagan govt two months ago, when he spoke up against lack of N-95 masks in govt hospital in Narsipatnam. Vizag top cop suspends constable for thrashing doc. pic.twitter.com/aE9vhp38hx
— Paul Oommen (@Paul_Oommen) May 16, 2020
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, डॉ. सुधाकर कथित तौर पर नशे में थे और पालम पोर्ट हॉस्पिटल जंक्शन के पास कपड़े उतारकर उपद्रव कर रहे थे. इस दौरान कार सवार सुधाकर ने जंक्शन के पास की मुख्य सड़क पर लगे बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश भी की थी. इसके साथ ही उन्होंने एक बाइक सवार को टक्कर भी मारी थी.
.@ysjagan గారిది క్రూరమైన మనస్తత్వం.మాస్క్ ఇవ్వమని వేడుకున్న డాక్టర్ సుధాకర్ ని నియంతలా సస్పెండ్ చేసారు.ఒక దళిత డాక్టర్ ని తాళ్లతో కట్టి,లాఠీలతో కొట్టించడం జగన్ ఉన్మాదానికి పరాకాష్ట.వైకాపా ప్రభుత్వ దుర్మార్గ చర్యను తీవ్రంగా ఖండిస్తున్నాను. (1/2) pic.twitter.com/4n5nxAtz81
— Lokesh Nara #StayHomeSaveLives (@naralokesh) May 16, 2020
पुलिस ने दावा किया कि डॉ. सुधाकर ने अपनी कमीज़ फाड़ ली और एक कांस्टेबल का फ़ोन को तोड़ दिया था. हालांकि, डॉ. सुधाकर ने साफ़ तौर पर इस बात से इंकार किया है कि वो नशे में थे.
कौन हैं डॉक्टर सुधाकर?
వీడోక డాక్టరు,వీడి భాష చూడండి..తాగి రోడ్డు మీద ఉన్న పోలీసుల పై తాగేసిన సిగిరెట్లు విసిరేయడం,బూతులు తీట్టడం రోడ్డు మీదమందు సీసాలు పగల గొట్టాడం అయినా ఎవరు ఏం అనకూడదు.. ఈనాకొడుక్కి మీరు సపోర్ట్ పాపం పోలీసులు ఇంకా మత్తులో ఉన్నాడు పిచ్చోడని వదిలేసారు అసలు మెట్టుతో మింగాలి కొడుకుని.. pic.twitter.com/aagKYKaNcI
— Sri krishna reddy (@krishnareddy083) May 16, 2020
डॉक्टर सुधाकर के सस्पेंड होने के 1 महीने बाद उनके साथ इस तरह की शर्मनाक घटना सामने आई है. इसे लेकर विपक्षी दल ‘तेलुगु देशम पार्टी’ ने नाराज़गी व्यक्त की है.
टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने ट्वीट कर कहा कि, ‘डॉ. सुधाकर को केवल एक मास्क मांगने पर ग़लत तरीके से निलंबित कर दिया गया था. दलित डॉक्टर को अब जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा लाठी-डंडों से पीटा जा रहा है. हम इस घटना की निंदा करते हैं.