बीते साल के दिसंबर में चीन के वुहान शहर में फैले ‘कोरोना वायरस’ के कारण चीन में अब तक 213 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अब ये वायरस भारत में भी दस्तक दे चुका है. वैज्ञानिक अब तक इस वायरस का इलाज ढूंढ नहीं पाए हैं. 

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अब हिन्दू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी महाराज ने ‘कोरोना वायरस’ को जड़ से ख़त्म करने का रामबाण तरीका बताया है. चक्रपाणी महाराज के मुताबिक़ गौमूत्र और गोबर के इस्तेमाल से ‘कोरोना वायरस’ का मरीज़ एकदम ठीक हो जायेगा. 

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गोमूत्र के सेवन और गोबर के लेप से संक्रामक ‘कोरोना वायरस’ का प्रभाव ख़त्म हो जाएगा. अगर संक्रमित व्यक्ति ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप करे और शरीर पर गोबर का लेप लगाए तो वो इस वायरस की चपेट में आने से बच सकता है. इस वायरस के ख़ात्मे के लिए पूरी दुनिया को एक विशेष यज्ञ भी करना चाहिए. 
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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (WHO) ने शुक्रवार तक चीन में 213 लोगों की मौत के बाद ‘कोरोना वायरस’ को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है. बीते शुक्रवार तक चीन में कुल 9,692 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. 

क्या है कोरोना वायरस? 

‘कोरोना वायरस’ का संबंध एक ऐसे वायरस से है, जिसके संक्रमण में आने से किसी व्यक्ति में जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ़ जैसे लक्षण होने लगते हैं. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ़ इसके लक्षण हैं. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब तक कोई टीका नहीं बना है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. 

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क्या हैं इस बीमारी के लक्षण? 

‘कोरोना वायरस’ के संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ़, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरतना ज़रूरी है. 

क्या हैं इससे बचाव के उपाय? 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने ‘कोरोना वायरस’ से बचने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. ‘कोरोना वायरस’ से बचने के लिए हाथों को साबुन से धोएं, अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल करें, खांसते और छींकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ़्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें. 

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क्यों नहीं मिल रहा इसका इलाज? 

‘कोरोना वायरस’ के संक्रमण के तुरंत बाद व्यक्ति की मौत नहीं होती. जानकार मानते हैं कि इस कारण इससे संक्रमित लोगों की संख्या का सही आंकड़ा पता करना मुश्किल है. हालांकि, पहले बताया जा रहा था कि कोरोना वायरस के पाए गए मामलों का संबंध वुहान के ‘साउथ चाइना सी-फ़ूड होलसेल मार्केट’ से है. लेकिन 1 दिसंबर 2019 से संक्रमण से जुड़े दस्तावेज़ इस ओर इशारा करते हैं कि इस वायरस का सी-फ़ूड मार्केट से कोई नाता नहीं है.