आम आदमी पार्टी (आप) नेता ताहिर हुसैन को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. मृत आईबी अफ़सर, अंकित शर्मा के अपहरण और हत्या में दर्ज की गई FIR में हुसैन का भी नाम है. इस ख़बर के बाद ही पार्टी ने उन्हें जांच पूरी होने तक निकाल दिया है.


ट्वीट द्वारा आप ने इस बात की जानकारी दी.  

अंकित शर्मा का शरीर, बीते बुधवार को जाफ़राबाद के एक नाले से बरामद किया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, बीते मंगलवार को जब शर्मा घर जा रहे थे तब मॉब ने उन पर हमला किया और मारकर फेंक दिया.


बीते बृहस्पतवार को आई पोस्ट-मोर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि शर्मा के शरीर पर चाकू के कई निशान हैं. 

अंकित शर्मा के पिता, रवींद्र शर्मा ने हुसैन और उनके समर्थकों को अपने बेटे की मौत का ज़िम्मेदार बताया. रवींद्र का ये भी कहना था कि उनके बेटे को बुरी तरह मारा गया है और गोली मारी गई है.  

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Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक़, एक सीनियर दिल्ली अफ़सर ने कहा,

‘हमने अंकित शर्मा के पिता की शिकायत पर अपहरण और हत्या का केस दर्ज कर लिया है. अंकित के पिता ने हुसैन का नाम एफ़आईआर में लिखवाया है. केस दयालपुर थाने में दर्ज है.’ 

अंकित शर्मा के भाई, अंकुर ने कहा,
‘जिस भीड़ ने मेरे भाई को मारा वो हुसैन के घर पर थी.’ 

अंकित शर्मा के परिवार ने पुलिस को ये भी बताया कि अंकित के हत्यारे, हुसैन के घर को बेस बनाकर काम कर रहे थे.


बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी हुसैन के दंगों में शामिल होने की बात कही थी. ग़ौरतलब है कि मिश्रा की प्रो-सीएए रैली के तार भी दिल्ली में हुई हिंसा से जोड़े जा रहे हैं.  

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हुसैन ने सभी आरोपों को ख़ारिज किया है लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियोज़ मौजूद हैं जिनमें हुसैन अंकित शर्मा के घर के पास की एक इमारत की छत पर पत्थरबाज़ों के साथ नज़र आ रहे हैं. 

मैंने हिंसा रोकने की कोशिश की, मैं निर्दोष हूं. मैंने लोगों को अपनी इमारत पर चढ़ने से रोका. 

-ताहिर हुसैन