दोस्तों स्मार्टफ़ोन के ज़माने में हम लोग हर इमोशन के लिए अलग-अलग इमोजी दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजते रहते हैं. कई बार हम ऑफ़िस के अपने बॉसेज़ को भी Smileys भेजते हैं. लेकिन ज़रूरी नहीं है कि Smileys भेजने से बॉस खुश ही हो. जी हां, आज हम आपको एक ऐसी ही ख़बर से रू-ब-रू करवाने जा रहे हैं., जिसमें एक महिला ने अपने सहकर्मियों द्वारा Smileys भेजने के लिए उनके खिलाफ़ क़ानूनी मुकदमा ठोक दिया है.

ये ख़बर तमिलनाडु के तूतीकोरिन की है, जहां टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल की महिला डिविजनल इंजीनियर ने Whatsapp पर Smileys भेजने पर कर्मचारियों के एक ग्रुप के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई थी.

डिविजनल इंजीनियर, एल. विजयलक्ष्मी ने अपनी शिकायत में बताया कि प्रशासनिक मसलों पर बातचीत के लिए बीएसएनएल का एक Whatsapp Group बनाया गया है. उन्होंने इसमें एक ग्राहक का शिकायत संबंधी एक वीडियो शेयर किया था और मामले से संबंधित अधिकारियों से समस्या सुलझाने को कहा था. पर इस वीडियो के जवाब में कई सारे कर्मचारियों ने उन्हें अलग-अलग Smileys भेजे.

इसके साथ ही एल. विजयलक्ष्मी ने दर्ज शिकायत में बताया कि लिंगा भास्कर नाम के एक व्यक्ति की तरफ से उन्हें एक अजीब सी Smileys मिली, जिसके कारण वो परेशान हो गयीं और उनको ऐसा महसूस हुआ कि जैसे उनको अपमानित किया गया हो.

आपको बता दें कि इस ग्रुप में 49 लोग हैं, जो विजयलक्ष्मी के साथ ही काम करते हैं. सूत्रों के मुताबिक़ पुलिस ने 49 बीएसएनएल कर्मियों के खिलाफ़ शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की थी. वहीं आरोपी कर्मचारियों ने इस FIR के खिलाफ़ मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की. मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने इस मामले में बीएसएनएल कर्मियों के खिलाफ़ दर्ज FIR को स्थगित कर दिया है. कोर्ट में आरोपियों के पक्ष के वकील ने दलील देते हुए कहा कि सभी को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार है.

एल. विजयलक्ष्मी ने कंपनी के विभाग के सामने भी अपनी इस समस्या के खिलाफ़ रिपोर्ट की, जिसके बाद सभी 49 लोगों को समन किया गया. लेकिन विभाग का फ़ैसला भी कोर्ट की तरह ही रहा और FIR को रद्द करने की बात कही गई.

कुछ लोगों ने ट्विटर के ज़रिये इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी ज़ाहिर की है.

तो, भाई लोगों अब सोच-समझ कर किसी को भी Smileys भेजना.

Feature Image Source: shunvmall

Source: timesofindia