आराम, चैन और सुकून शायद हमारे खून में ही है, इसलिए हम इतना सोते रहते हैं कि अपने पड़ोस में हो रही लड़ाई को देख कर भी अनदेखा कर देते हैं. सड़क पर हुए हादसे को देखने के लिए रुकते तो हैं, पर मदद को हाथ नहीं बढ़ाते.
पर कब तक! आखिर कब ऐसा ही चलता रहेगा? शायद तब तक, जब तक कि ऐसी कोई घटना खुद हमारे साथ नहीं होती और हम दूसरों को दोष नहीं देते.
तो दूसरों को दोष देने से अच्छा है कि हम खुद ही क्यों न जाग जायें!
आपको जगाने के लिए एक बार फिर TATA Tea का जागोरे आ गया है, अपने नए एड कैम्पेन के Strong मैसेज के साथ.
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