देश में महिला सुरक्षा को ले कर कई तरह के क़ानून बने हुए हैं. इसके बावजूद हर दिन कहीं न कहीं से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जो महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवालिया निशान लगा रही हैं. अब जैसे चंडीगढ़ वाले मामले को ही ले लीजिये निर्भया काण्ड के बाद बेशक नियमों को कठोर कर दिया गया, पर बड़े रसूख और राजनीतिक संबंध होने की वजह से आरोपी को जमानत मिल गई. जबकि इस तरह के अपराध गैर जमानती श्रेणी में रखे जाते हैं.

अभी हम इस मुद्दे के ख़िलाफ़ एकजुट होना शुरू हुए ही थे कि असम में एक शिक्षक ही छात्रों के साथ ऐसा कुकर्म कर बैठा, जिसकी थू-थू सारे देश में हो रही है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही थी, जिसमें एक शिक्षक अपनी छात्राओं के साथ अभद्र मुद्रा में फ़ोटोज़ खिंचवाता हुआ दिखाई दे रहा है.

कहा है रहा है कि ये तस्वीर असम के मॉडल हाई स्कूल के टीचर फैज़ुद्दीन लस्कर की है. फैज़ुद्दीन ने इन तस्वीरों को अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर डाला. उनके मुताबिक इन तस्वीरों में कुछ भी ऐसा नहीं था, जिस पर लोग विरोध करें.

लोगों और लड़कियों के घरवालों की नज़र में ये तस्वीरें आने के बाद उन्होंने इसके ख़िलाफ़ कार्यवाही की मांग की. पुलिस ने पहले तो मामले को निपटाने की भरसक कोशिश की, पर लोगों के विरोध को देखते हुए आख़िरकार पुलिस को भी मामला दर्ज करना पड़ा. फैज़ुद्दीन इससे पहले भी महिलाओं के साथ कई बार छेड़छाड़ कर चुका है, जिसकी वजह से लोगों ने एक बार उसकी पिटाई भी की थी.

हालांकि, पुलिस ने फैज़ुद्दीन पर पोस्को एक्ट के तहत गिफ्तार कर लिया है, पर ये मुद्दा भी एक सवाल छोड़ता जा रहा है कि क्या बच्चियां स्कूल में भी सुरक्षित नहीं है?