शिक्षक कई बार बच्चों को सबक सिखाने के लिए छड़ी, डस्टर आदि चीज़ों का प्रयोग करते हैं और कई बार सज़ा देने के मामले में कई हदें पार कर जाते हैं.
ऐसा ही मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के झाबुआ ज़िले से. ठांडला तहसील के नवोदय विद्यालय के शिक्षक मनोज वर्मा ने पिछले साल जनवरी में एक बच्ची को होमवर्क न करने की सज़ा दी है.
सज़ा के रूप में बच्ची के साथ पढ़ने वाले बच्चों से 168 थप्पड़ लगाने को कहा गया था. मनोज ने क्लास की 14 लड़कियों को 6 दिन तक उसे 2-2 थप्पड़ लागने को कहा था.
HT की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित बच्ची के पिता, शिव प्रताप सिंह का कहना है कि 1 जनवरी से 10 जनवरी 2018 तक बच्ची बीमार पड़ी रही और स्कूल न जा सकी. 11 जनवरी को जब बच्ची बिना होमवर्क किए स्कूल गई, तो मनोज ने सज़ा दे दी.
शिव प्रताप ने स्कूल कमिटी मैनेजमेंट को शिकायत की, स्कूल ने कमिटी गठित की और मामले की जांच करवाई. कमिटी ने शिक्षक को दोषी पाया और उसे सस्पेंड कर दिया.
शिव प्रताप ने पुलिस में भी शिक्षक के खिलाफ़ शिकायत की. उनका कहना था कि सज़ा के बाद उनकी बच्ची फिर से बीमार हो गई और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.
शिक्षक को सोमवार को हिरासत में लिया गया और कोर्ट ने उसकी बेल अपील भी रद्द कर दी.
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